नई दिल्ली। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनानत धर्म दिए गए विवादित बयान के बाद से प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है. अब तमिलनाडु के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने सत्ताधारी डीएमके के सामने चुनौती पेश की है. उन्होंने कहा है कि आने वाला चुनाव सनातम धर्म पर लड़े, देखते हैं कि जनता किसको चुनती है.
हम सनातन धर्म की रक्षा करेंगे- BJP अध्यक्ष
डीएमके नेता उदयनीधि स्टालिन द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा है कि, “आने वाले चुनावों में मैं आपको चुनौती देता हूं, आइए ‘सनातन धर्म’ पर लड़ें. डीएमके का कहना है कि वह ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने जा रही है, हम कहेंगे कि हम रक्षा करेंगे और ‘सनातन धर्म’ को सुरक्षित रखें. हम देखेंगे कि तमिलनाडु के लोग कहां मतदान करने जा रहे हैं. हम कई सालों से डीएमके के नाटक को जानते हैं. सत्ता में आने के बाद पहले साल आप ‘सनातन धर्म’ का विरोध कर रहे हैं, दूसरे साल आप इसे खत्म करने की बात कहते हैं ‘सनातन धर्म’, तीसरे साल आप ‘सनातन धर्म’ को बेरहमी से उखाड़ फेंकना चाहते हैं, चौथे साल आप कहते हैं कि आप हिंदू हैं, आप कहते हैं कि डीएमके पार्टी के 90% लोग हिंदू हैं. पांचवें साल आप कहते हैं कि आप हिंदू हैं ”
अन्नामलाई ने DMK का ये मतलब बताया
इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि, “2024 में एक पार्टी के रूप में द्रमुक का सफाया होने वाला है. मैंने यह नहीं कहा कि आपके बेटे (उदयनिधि स्टालिन) ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि डी का मतलब ‘डेंगू’, एम का मतलब ‘मलेरिया’ और के का मतलब है ‘कोसु’.”
उदयनिधि पर भड़के शिवसेना (UBT) नेता
बता दें कि महाराष्ट्र शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने कहा, “उदयनिधि स्टालिन एक मंत्री हैं और उनके बयान का कोई समर्थन नहीं करेगा। उनको इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। यह DMK के विचार हो सकते हैं। हमारे देश में 90 करोड़ हिंदू के साथ अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं। इस बयान से पूरे देश का माहौल खराब हो गया है। एम. के. स्टालिन बड़े नेता हैं। अगर उनके सलाहकार थोड़ा बचकर बयान दें तो गठबंधन में रुकावट नहीं आएगी।”