बुल्डोजर का एक्शन अकसर अपराधियों पर देखा जाता है। योगी आदित्यनाथ की नजर में किसी भी अपराधी की ना जात देखी जाती है ना पात, ना ये देखा जाता है कि वो किस पार्टी से संबंध रखता है। योगी की नजर में अपराध करने वाला हर शख्स अपराधी है। बता दें कि आज योगी के बुल्डोजर एक्शन ने अखिलेश यादव के मुंह पर ताला लगा दिया है। रविवार को सुल्तानपुर में एक डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और हत्या का आरोप बीजेपी के नेता के भतीजे पर लगा।
सुलतानपुर : डॉक्टर घनश्याम तिवारी मर्डर केस में जिला प्रशासन ने शुरू की बड़ी कार्रवाई
डॉ घनश्याम तिवारी की जमीनी विवाद में हुई हत्या
अभियुक्त अजय नारायन ने नगर पालिका के तीन स्थानों पर किया गया था अवैध कब्जा
जिला प्रशासन की टीम ने मुख्य आरोपी के कब्जे से मुक्त कराया 3 जमीनें… pic.twitter.com/NlHqBlokNB
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अखिलेश यादव के वार पर योगी का करारा जवाब
अब ऐसे में सबके मन में सवाल उठ रहा था कि क्या ये बुलडोजर अब फेल हो जाएगा? इसकों लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी सीएम योगी के कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा था कि, बुलडोजर की स्टेयरिंग भाजपा के हाथ में है। जब उसके लोग फंसने लगते हैं तो उसकी चाबी व लाइसेंस खो जाता है। उसे चलाने वाला कोई नहीं मिलता है। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने बुल्डोजर एक्शन से सभी को बोलती बंद कर दी है और एक करारा जवाब पेश कर दिया है।
डॉ.घनश्याम तिवारी की हत्या के सूत्रधार पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित
आपको बता दें कि डॉ.घनश्याम तिवारी की हत्या के सूत्रधार पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने उसके द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। वहीं, शव का अंतिम संस्कार भी तीसरे दिन कर दिया गया। इस बीच पीड़ित पत्नी ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर मामले में पांच नामजद व चार अज्ञात के किलाफ एफआइआर दर्ज करने की गुहार की है।
विभिन्न राजनीतिक दलों व संगठनों द्वारा विरोध जताने के साथ ही हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी किए जाने की मांग की गई है। भूमि विवाद में शनिवार की शाम चिकित्सक पर लाठी-डंडे से हमला कर क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई थी। अब तक इस मामले में आरोपित अजय नारायण सिंह व अज्ञात आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
सोमवार को बिजली विभाग के अतिथि गृह में एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया व आइजी प्रवीण कुमार ने पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ बंद कमरे में दिन भर मंथन किया। इसके बाद कार्रवाई के परिणामों के बारे में बाहर कयास लगाए जाने लगे। दोपहर बाद पुलिस व प्रशासन से जुड़े अधिकारी, राजस्व कर्मी व नगरपालिका कर्मी ट्रैक्टर व खोदाई मशीन (बुलडोजर) लेकर सुलतानपुर-वाराणसी मार्ग पर स्थित भाजयुमो कार्यालय पहुंचे।
शास्त्रीनगर में किए गए अवैध कब्जे को भी कराया मुक्त
यहां से सोफा, एसी, पानी की टंकी समेत अन्य सामान निकालने के बाद ढहवा दिया गया। बताया गया कि यह कार्यालय नजूल की भूमि पर बना था। इसके तुरंत बाद प्रशासनिक अमला दल-बल के साथ नरायनपुर गांव स्थित पानी की टंकी के पास बने अजय नारायण सिंह के मैरिज लॉन पर पहुंचा। इसकी चहारदीवारी ध्वस्त करा दी। शास्त्रीनगर में किए गए अवैध कब्जे को भी मुक्त करा दिया।
दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी मुख्य आरोपित तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके। गिरफ्तारी के दबाव से जूझ रही पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा है। इस बीच डॉ. तिवारी की पत्नी निशा तिवारी ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर एफआईआर में अजय नारायण के अलावा भाजयुमो जिलाध्यक्ष चंदन नारायण, जगदीश नारायण, गिरीश नारायण, विजय नारायण समेत चार अन्य अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।