गाजियाबाद। वेव सिटी और सनसिटी को बहुत बड़ा झटका लगा है. उनको लेकर जीडीए की एक महत्वपूर्ण बैठक कराई गई थी. इस बैठक का नतीजा वेव सिटी और सनसिटी के पक्ष में नहीं रहा. जीडीए की महत्वूर्ण बैठक में दोनों कंपनियों ने जो प्रस्ताव दिए थे, उनको अब खारिज कर दिया गया है.
डीएम-कमिश्नर ने खारिज किया प्रस्ताव
बता दें कि जीडीए की बोर्ड बैठक में डीएम आरके सिंह ने मेरठ कमिश्नर सेल्वा कुमारी शामिल थी. वेव सिटी और सनसिटी द्वारा जो प्रस्ताव दिया गया था, उसको ईमानदार डीएम और कमिश्नर ने खारिज कर दिया. जीडीए की बोर्ड बैठक संसोधित डीपीआर और लेआउट पास कराने का प्लान लाया गया था.
प्रबंधकों ने बोर्ड सदस्यों को लिखा था पत्र
वेव सिटी और सनसिटी के प्रबंधकों द्वारा जीडीए को कई पत्र लिखकर प्रस्ताव को लेकर अनुरोध किया गया था. लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. कैग की आपत्ति और भू उपयोग परिवर्तन शुल्क को लेकर जीडीए की बोर्ड बैठक में लगातार रस्साकसी मची थी. अब इन दोनों कंपनियों के भविष्य पर खतरा मंडराते हुए दिख रहा है.
केस पर न्यूज 1 इंडिया करेगा बड़ा खुलासा
गौरतलब है कि बोर्ड की बैठक के बाद अब वेव सिटी और सनसिटी को 572 करोड़ रुपए चुकाने होंगे. इसके अलावा ब्याज भी देना होगा. सूत्रों की माने तो 2010 का शासनादेश वेव सिटी और सनसिटी के पक्ष में था, जबकि 2014 के नए आदेश इनके खिलाफ थे. जीडीए बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णय के बाद अब इन्वेस्टर्स को बड़ा झटका मिलता दिख रहा है. इस पूरी खबर पर न्यूज 1 इंडिया अहम जानकारी जुटाने में लगा हुआ है और जल्द ही इस केस पर बड़ा खुलासा किया जाएगा.