National High Way पर हीं देना होगा टोल टेक्स, सिस्टम में बदलाव कर परिवहन मंत्री नितिन ने किया बड़ा ऐलान

नेशनल हाईवे पर लगने वाले टोल को लेकर नितिन गडकमहत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उन्होंने देश में सैटेलाइट आधारित टोल संग्रहण प्रणाली की शुरुआत करने की घोषणा की है।

Breaking news, abp News, Nitin Gadkari, satellite, toll collection, National Highways
नई दिल्ली :  केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मौजूदा टोल सिस्टम को समाप्त करने की घोषणा की है। इसके साथ ही, उन्होंने सैटेलाइट आधारित टोल संग्रहण प्रणाली को शुरू करने की बात की। शुक्रवार (26 जुलाई) को उन्होंने बताया कि सरकार टोल सिस्टम को समाप्त कर रही है और जल्द ही सैटेलाइट आधारित टोल संग्रहण प्रणाली लागू की जाएगी। इस नई प्रणाली का मुख्य उद्देश्य टोल संग्रहण को बढ़ाना और टोल प्लाजा पर लगने वाली भीड़ को कम करना है।
राज्यसभा में एक लिखित जवाब में नितिन गडकरी ने बताया कि सड़क परिवहन (National High Way) और हाईवे मंत्रालय वैश्विक नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) को लागू करने जा रहा है, जो शुरू में केवल कुछ चुनिंदा टोल प्लाजा पर ही लागू होगा। इससे पहले एएनआई से बात करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, “अब हम टोल सिस्टम को समाप्त कर रहे हैं और सैटेलाइट आधारित टोल संग्रह प्रणाली लागू करेंगे। आपके बैंक खाते से पैसे स्वचालित रूप से कटेंगे और आप जितनी दूरी तय करेंगे, उसके अनुसार शुल्क लिया जाएगा। इससे समय और पैसे की बचत होगी। पहले मुंबई से पुणे का सफर 9 घंटे में पूरा होता था, अब यह घटकर 2 घंटे रह गया है।”

नितिन गडकरी ने पहले ही दी थी जानकारी

दिसंबर में नितिन गडकरी ने घोषणा की थी कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का लक्ष्य मार्च 2024 तक इस नई सैटेलाइट आधारित टोल प्रणाली को लागू करना है। टोल प्लाजा पर प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और वेटिंग टाइम को कम करने के प्रयासों के बारे में वर्ल्ड बैंक को सूचित किया गया है। FASTag की शुरुआत के साथ, टोल प्लाजा पर औसत प्रतीक्षा समय में काफी कमी आई है। इस नई प्रणाली का परीक्षण कर्नाटक में NH-275 के बेंगलुरु-मैसूर खंड और हरियाणा में NH-709 के पानीपत-हिसार खंड पर किया जा चुका है।

Exit mobile version