Kanshi Ram Jayanti Rally: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने आज (गुरुवार, 9 अक्टूबर) लखनऊ में पार्टी संस्थापक कांशीराम की जयंती के अवसर पर एक विशाल रैली को संबोधित किया। राजधानी की सड़कें नीले झंडों और समर्थकों की भारी भीड़ से सराबोर रहीं, जहां बसपा ने 5 लाख लोगों के जुटने का दावा करते हुए शक्ति प्रदर्शन किया। कांशीराम स्मारक स्थल पर हुई इस रैली को एक चुनावी शंखनाद के तौर पर देखा जा रहा है। अपने संबोधन में, मायावती ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का बड़ा ऐलान किया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन में बसपा को विशेष लाभ नहीं मिलता, क्योंकि पार्टी का वोट तो सहयोगी दल को ट्रांसफर हो जाता है, लेकिन ‘अपर कास्ट’ का वोट बसपा को नहीं मिलता, जिससे पार्टी के उम्मीदवार कम जीतते हैं और वोट प्रतिशत गिर जाता है। मायावती ने अपने समर्थकों से पांचवीं बार उन्हें यूपी का मुख्यमंत्री बनाने का आह्वान किया।
#WATCH | Lucknow, UP: On the death anniversary of party Founder Kanshi Ram, BSP chief Mayawati says, "…When we formed our government for the fourth time in UP, which was not liked by Congress, BJP, Samajwadi, and other casteist parties. Earlier, the BJP, which is in power at… pic.twitter.com/o1bcdozNWx
— ANI (@ANI) October 9, 2025
भाजपा सरकार की तारीफ़ और भविष्य की रणनीति
आश्चर्यजनक रूप से, मायावती ने उत्तर प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। उन्होंने बताया कि Kanshi Ram स्मारक के रखरखाव के मुद्दे पर उन्होंने योगी सरकार को चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद भाजपा सरकार ने टिकटों का पैसा केवल स्मारकों के रखरखाव पर खर्च करने का वादा किया और मरम्मत का कार्य लगभग पूरा करा दिया। इसके लिए उन्होंने भाजपा सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।
मायावती ने Kanshi Ram रैली में आई लाखों की भीड़ की तारीफ़ करते हुए कहा कि यह भीड़ अन्य दलों की तरह दिहाड़ी पर नहीं, बल्कि अपनी खून-पसीने की कमाई से उन्हें सुनने आई है और इसने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो बाबा साहेब के संविधान को सुरक्षित रख सकती है और यूपी में बसपा सरकार बनने पर दलितों-पिछड़ों के खिलाफ बने सभी कानूनों को बदल दिया जाएगा। उन्होंने ईवीएम के विरोध का भी उल्लेख किया और कहा कि भविष्य में बैलट से चुनाव हो सकते हैं।
#WATCH | Lucknow, UP: On the death anniversary of party Founder Kanshi Ram, BSP chief Mayawati says, "When the Samajwadi Party was in power and these memorial sites were built, they did not spend money for the maintenance of the sites… When they are out of power, they remember… pic.twitter.com/IGqv5Uu8dn
— ANI (@ANI) October 9, 2025
सपा और कांग्रेस पर तीखे वार
बसपा सुप्रीमो ने अपने Kanshi Ram भाषण का एक बड़ा हिस्सा समाजवादी पार्टी (सपा) और अखिलेश यादव पर निशाना साधने में लगाया। उन्होंने सपा पर जातिवाद को बढ़ावा देने और आरक्षण के मामले में पक्षपात करने का आरोप लगाया। मायावती ने कहा कि सपा सरकार ने कांशीराम के सम्मान में बनाए गए स्मारकों के रखरखाव के लिए जमा किए गए टिकटों के पैसे को “दबाकर” रखा, जिससे स्मारकों की हालत जर्जर हो गई। उन्होंने सपा के “दोहरे चरित्र” पर सवाल उठाते हुए याद दिलाया कि सपा सरकार ने कांशीराम जी के नाम पर रखे गए जिले कासगंज का नाम बदल दिया था और अनेकों संस्थानों तथा योजनाओं को बंद कर दिया था। उन्होंने सपा की ‘PDA’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की बातों को “हवा हवाई” बताया और कहा कि सपा सरकार में गुंडों, माफियाओं और अराजक तत्वों को खुला संरक्षण मिला।
कांग्रेस भी मायावती के निशाने पर रही। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि उसने बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न क्यों नहीं दिया और कहा कि कांग्रेस वाले “संविधान हाथ में रखकर नाटकबाजी करते हैं।”
Fraud Case : देशभर से लिए पैसे, ना काम शुरू हुआ और न ही रकम लौटाई, किसने की फ्रेंचाइजी के नाम पर करोड़ों की ठगी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांशीराम जयंती पर लखनऊ में विशाल रैली को संबोधित करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का निर्णायक ऐलान किया। उन्होंने सपा को दोगले चरित्र वाला बताते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने कांशीराम के नाम पर रखे गए जिलों और स्मारकों का अपमान किया और उनका पैसा दबा लिया। वहीं, उन्होंने मरम्मत के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ़ कर चौंकाया। मायावती ने कांग्रेस पर संविधान हाथ में रखकर नाटकबाजी करने और बाबा साहेब को न्याय न देने का आरोप लगाया। उन्होंने समर्थकों से पांचवीं बार उन्हें सीएम बनाने की अपील की, जिससे बसपा ही संविधान को सुरक्षित रख सके।
अंतरराष्ट्रीय मामलों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ पर सचेत रहने की नसीहत दी। मायावती ने रैली के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि बसपा आने वाले चुनावों में अकेले अपनी ताकत पर भरोसा करेगी और सपा-कांग्रेस को मुख्य विपक्षी दलों के रूप में तीखी चुनौती देगी।