Elon Musk द्वारा ट्विटर को खरीदने के बाद से ही ट्विटर काफी सुर्खियों पर चल रहा हैं। जिसके चलते Twitter लगातार अपने ऐप को लेकर कुछ ना कुछ बदलाव कर रहा हैं। Twitter को लेकर आए दिन नए बदलाव से आम जनता से लेकर बड़े- बड़े सेलेब्रिटी और राजनेता जो कि ट्विटर के माध्यम से अपनी बात को रखते हैं, उन सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन, अगर हम ये कहें की इसका सीधा फायदा एक देसी वर्जिन को हो रहा है तो क्या कहेंगे आप। जी हां Twitter विवाद के चलते इसका सीधा फायदा एक देशी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Koo को मिलता दिख रहा है। कंपनी का कहना है कि यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म बन गया है।
50 मिलियन से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया
2020 केन्द्रीय मंत्रियों की तरफ से आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ट्विटर की टक्कर में प्रमोट किया गया था। वर्तमन में Koo ऐप भारतीय भाषाओं में हिंदी, तेलुगु, बंगाली, तमिल, मलयालम, गुजराती,पंजाबी उडिया और असमी को सपोर्ट करता है। ये ऐप बिल्कुल ट्विटर के जैसे ही कम करता है। जिसके बाद इसको 50 मिलियन से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। कंपनी ने हाल ही में चार नए फीचर्स को पेश किया है।
Twitter अकाउंट में ब्लू टिक को लेकर विवाद
Elon Musk के हाथों में ट्विटर की कमान आने के बाद से कई लोग प्लेटफॉर्म छोड़ चुके हैं। मस्क का कहना कि नए-पुराने सभी अकाउंट्स को ब्लू टिक के लिए अब इसकी एक कीमत अदा करनी होगी। ऐसे में इसका फायदा Koo और दूसरे प्लेटफॉर्म्स को हो रहा है।