Foreign Exchange Reserve : देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार पांचवें सप्ताह बढ़त दर्ज की गई है। 4 अप्रैल, 2025 को समाप्त सप्ताह में यह भंडार बढ़कर 676.3 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 10.9 बिलियन डॉलर की बड़ी बढ़त को दर्शाता है। मार्च 2025 के अंत की तुलना में कुल मिलाकर 7.9 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
मजबूती से बढ़ रहा फॉरेक्स रिजर्व
यह वृद्धि ऐसे समय में सामने आई है जब वैश्विक करेंसी बाजार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ को लेकर अस्थिर बना हुआ है। डॉलर में भारी गिरावट के चलते यह यूरो के मुकाबले तीन वर्षों के निचले स्तर पर आ गया। इस बीच, आरबीआई द्वारा डॉलर की खरीद और अन्य गैर-डॉलर संपत्तियों के मूल्य में हुई बढ़ोतरी के चलते देश के विदेशी मुद्रा भंडार में यह उछाल दर्ज किया गया।
विदेशी मुद्रा संपत्तियों में इजाफा
रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की विदेशी मुद्रा संपत्तियां (Foreign Currency Assets – FCA) जो कि कुल भंडार का सबसे बड़ा हिस्सा होती हैं, 9.1 बिलियन डॉलर बढ़कर 574.09 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई हैं। इस आंकड़े में यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं की विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव का असर भी शामिल है।
स्वर्ण भंडार में भी दिखा रुझान
आरबीआई के अनुसार, बीते सप्ताह भारत के गोल्ड रिजर्व में भी बढ़त देखी गई है। यह 1.567 बिलियन डॉलर बढ़कर 79.36 बिलियन डॉलर हो गया है। इसके अलावा, विशेष आहरण अधिकार (SDR) की मात्रा भी 186 मिलियन डॉलर बढ़कर 18.362 बिलियन डॉलर पहुंच गई है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत का आरक्षित विदेशी भंडार 46 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.46 बिलियन डॉलर हो गया।
यह भी पढ़ें : हनुमान जयंती पर गोल्ड 95,500 के पार! जानें आज कितना है सोना-चांदी का भाव ?
वैश्विक बाजारों में हलचल के बीच पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में भी बढ़त देखी गई है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) के अनुसार, उनके भंडार में 23 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है, जिससे कुल फॉरेक्स रिजर्व बढ़कर 15.75 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।