India Pakistan Trade : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के व्यापारिक समुदाय ने पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह के व्यापारिक संबंध समाप्त करने का बड़ा निर्णय लिया है। फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के चलते देश के व्यापारियों ने पाकिस्तान के साथ हर प्रकार का व्यापार पूरी तरह से रोकने का संकल्प लिया है।
व्यापारियों ने जताया आक्रोश
यह ऐतिहासिक फैसला भुवनेश्वर में आयोजित कैट के एक कार्यक्रम के दौरान व्यापारिक नेताओं द्वारा लिया गया। संगठन के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की बर्बर हत्या के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए व्यापारिक समुदाय ने पाकिस्तान से होने वाले सभी आयात और निर्यात तत्काल प्रभाव से बंद करने का निश्चय किया है।”
खंडेलवाल ने आगे बताया कि वर्ष 2019 में पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक रिश्तों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। 2018 में दोनों देशों के बीच लगभग 3 बिलियन डॉलर का व्यापार होता था, जो 2024 तक घटकर महज 1.2 बिलियन डॉलर रह गया है।
आर्थिक नुकसान की भी परवाह नहीं
अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 के बीच भारत ने पाकिस्तान को करीब 500 मिलियन डॉलर मूल्य का सामान, मुख्यतः दवाइयां, रसायन, चीनी और ऑटोमोबाइल पार्ट्स निर्यात किए, जबकि पाकिस्तान से आयात का आंकड़ा मात्र 0.42 मिलियन डॉलर रहा। खंडेलवाल ने स्पष्ट किया कि अब व्यापारियों ने शेष व्यापार को भी पूर्णतः समाप्त करने का प्रण लिया है। उन्होंने कहा कि देश का व्यापारी वर्ग राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता के लिए किसी भी प्रकार के आर्थिक नुकसान को झेलने के लिए तैयार है।
यह भी पढ़ें : यूट्यूब पर लाखों कमाने के लिए व्यूज़ की नहीं, इन 4 तरीकों से करें कमाई…
भारत ने पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी कसा शिकंजा
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने अपनी डिजिटल नीति के तहत भी सख्त कदम उठाए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस सूची में डॉन न्यूज, समा टीवी, जियो न्यूज, बोल न्यूज, आर्य न्यूज, रफ्तार, द पाकिस्तान रेफरेंस, जीएनएन, उजैर क्रिकेट, उमर चीमा, असमर शिराजी, मुनीब फकूर, इरशाद भट्टी, सुनो न्यूज एचडी, रजी नामा और समा स्पोर्ट्स जैसे चैनल शामिल हैं। इन चैनलों के कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या लगभग 6.3 करोड़ बताई गई है।