Nadia Chauhan success story : जब आप फ्रूटी, एप्पी, और बेली वाटर का नाम सुनते हैं, तो एक ताजगी का एहसास होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन प्रोडक्ट्स को इतने बड़े स्तर पर पहचान दिलाने के पीछे नाडिया चौहान का नाम है उन्होंने अपने पिता द्वारा शुरू किए गए 300 करोड़ रुपये के कारोबार को 8,000 करोड़ रुपये के टर्नओवर तक पहुंचा दिया। उनकी यह कहानी मेहनत, काबिलियत, और इनोवेशन की मिसाल है।
पारले एग्रो की शुरुआत
पारले एग्रो कंपनी की स्थापना 1985 में हुई थी। इसी साल नाडिया चौहान का जन्म भी हुआ। उनके पिता प्रकाश चौहान ने इस कंपनी को खड़ा किया था। नाडिया के बचपन से ही कंपनी का कारोबार धीरे धीरे बढ़ रहा था। जब नाडिया 17 साल की हुईं, तब कंपनी का टर्नओवर 300 करोड़ रुपये था।
पढ़ाई के साथ बिजनेस में रुचि
नाडिया ने मुंबई के जमनाबाई नरसी स्कूल से पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने बिजनेस और मार्केटिंग की पढ़ाई की। कॉलेज के दिनों से ही उनका रुझान पारले एग्रो के कारोबार की ओर बढ़ने लगा। 2003 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने कंपनी में पूरी तरह से काम शुरू किया। उन्होंने पहले कंपनी को समझा और फिर उसकी विस्तार योजना पर ध्यान केंद्रित किया।
17 की उम्र में पहली चुनौती
सिर्फ 17 साल की उम्र में नाडिया ने कंपनी का अहम जिम्मा संभाला। उस वक्त फ्रूटी ब्रांड कई चुनौतियों का सामना कर रहा था। नाडिया ने फ्रूटी को दोबारा बाजार में स्थापित करने के लिए Why Grow Up टैगलाइन वाला एक इनोवेटिव कैंपेन शुरू किया। इस आइडिया ने ब्रांड को नई पहचान दिलाई और फ्रूटी फिर से लोकप्रिय हो गया।
कारोबार का लगातार विस्तार
नाडिया ने 2005 में एप्पी फिज को लॉन्च किया, जो जल्द ही एक हिट ब्रांड बन गया। उन्होंने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बढ़ाने पर ध्यान दिया। 2017 तक कंपनी का टर्नओवर 4,200 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। 2022/2023 में यह बढ़कर 8,000 करोड़ रुपये हो गया।
बेली वाटर का जलवा
नाडिया ने बेली वाटर को भी एक बड़ा ब्रांड बनाया, जिसने बिस्लेरी और किन्ली जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर दी। उनके नेतृत्व में पारले एग्रो भारत की सबसे तेजी से बढ़ती एफएमसीजी कंपनियों में शामिल हो गई।
अंतरराष्ट्रीय पहचान
नाडिया ने पारले एग्रो को भारत तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने इसे एक ग्लोबल पहचान देने की योजना बनाई। उनकी मेहनत से कंपनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली। 2018 में उन्हें फॉर्च्यून इंडिया की 40 अंडर 40 लिस्ट में जगह मिली। साथ ही, फोर्ब्स एशिया की पावर बिजनेस वुमन लिस्ट में भी उनका नाम शामिल हुआ।
पर्सनल लाइफ और जिम्मेदारी
नाडिया चौहान आज पारले एग्रो की जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ मार्केटिंग ऑफिसर हैं। वे एक सफल बिजनेसवुमन होने के साथ ही अपने परिवार के लिए भी पूरी तरह समर्पित हैं। उनके पति राधे श्याम दीक्षित एक बिजनेसमैन हैं और उनके दो बच्चे भी हैं।
पर्यावरण के प्रति जागरूकता
नाडिया ने कंपनी को पर्यावरण के अनुकूल बनाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने प्लास्टिक कचरे को कम करने और ईको फ्रेंडली प्रथाओं को अपनाने के लिए कई कदम उठाए। उनका लक्ष्य पारले एग्रो को एक अरब डॉलर की वैश्विक कंपनी बनाना है, जो अपनी भारतीय जड़ों से जुड़ी रहे। उनके कैलीबर को देखते हुए यह ज्यादा मुश्किल काम नहीं लगता है भविष्य में वह बहुत तरक्की करें हम ऐसी कामना करते हैं।