Char Dham Yatra 2022: चारधाम यात्रा में टूटा श्रद्धालुओं के दर्शन करने का रिकॉर्ड, धामी सरकार ने जारी किये आंकड़े

Char Dham Yatra 2022: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा में जहां पर्यटकों की संख्या 40 लाख को पार कर चुकी है और सभी कपाट बंद होने तक उनकी संख्या करीब 50 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है, इस सबके चलते गढ़वाल मंडल विकास निगम को 60 उनके होटल से करोड़ों रुपये की आमदनी हुई है. एमडी जीएमवीएन बंशीधर तिवारी ने बताया कि दीपावली पर्व के अवसर पर लगातार आ रहे अवकाश में भी बहुत अधिक संख्या में यात्रियों के आने की उम्मीद है. ऑल टाइम के साथ ही एक नया रिकॉर्ड बनाया उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर बनने जा रहा है इसमें राज्य सरकार के प्रयासों का साफ तौर पर असर दिख रहा है

आपको बता दें कि, इस साल चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है. यह जानकारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शनिवार को दी. कोविड प्रतिबंध हटने के साथ ही इस साल रिकॉर्ड संख्या में अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है. यात्रा मार्ग के किनारे स्थित होटल और धर्मशालाओं से यह जानकारी मिल रही है कि उनके यहां कमरे पहले ही बुक हो चुके हैं यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण को अनिवार्य किया गया है सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वह चार धाम यात्रा पोर्टल पर पंजीकरण करने के उपरांत ही यात्रा आरंभ करें.

इतने यात्रियों के आने की उम्मीद

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की आगामी 3 मई से शुरुआत हुई थी. राज्य सरकार ने इसके लिए तीर्थ यात्रियों की संख्या तय कर दी थी. उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक, बद्रीनाथ धाम के दर्शन के लिए हर दिन 15000 यात्रियों की इजाजत होगी. वहीं केदारनाथ के दर्शन के लिए रोजाना 12 हजार तीर्थयात्री, तथा गंगोत्री में 7000 यात्री के दर्शन की इजाजत होगी इसके अलावा यमुनोत्री में चार हजार श्रद्धालु ही एक दिन में दर्शन कर सकेंगे. प्रदेश सरकार द्वारा अपडेट में यह व्यवस्था यात्राकाल के पहले 45 दिन के लिए होगी. चार धाम यात्रा तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई थी. वहीं केदारनाथ के कपाट 6 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुला था.

Exit mobile version