Chirag Paswan Bihar NDA seat demand: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासत तेज़ हो गई है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान अब एनडीए गठबंधन से अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं। एलजेपी (आर) के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी 45 से 54 सीटों पर दावा ठोक रही है। एलजेपी (आर) ने साफ किया है कि उनके दरवाजे अब भी खुले हैं, लेकिन अगर सम्मानजनक सीटें नहीं दी गईं, तो पार्टी अलग रास्ता अपना सकती है। इस रुख से बिहार में एनडीए की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
2020 की तरह दोहराई जा सकती है कहानी
याद दिला दें कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में भी चिराग पासवान ने एनडीए से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ा था, जिससे जेडीयू को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। अब एक बार फिर उनकी नई रणनीति ने सियासी हलचल मचा दी है।
सूत्रों का कहना है कि इस बार चिराग पासवान पांच प्रमुख सीटों
गोविंदगंज, ब्रह्मपुर, अतरी, महुआ और सिमरी बख्तियारपुर पर अड़े हैं। इनमें से तीन सीटों को लेकर जेडीयू भी झुकने को तैयार नहीं है। ऐसे में सीट बंटवारा भाजपा के लिए सिरदर्द बन गया है।
बीजेपी की कोशिश,गठबंधन को बचाए रखना
भाजपा इस पूरे विवाद को सुलझाने की कोशिश में जुटी है। पार्टी का मानना है कि चिराग पासवान को मनाना ज़रूरी है क्योंकि उनका प्रभाव दलित और युवा वोटरों में काफी मजबूत है। भाजपा को उम्मीद है कि बातचीत के जरिए समाधान निकल आएगा। पार्टी के नेताओं का कहना है कि चिराग की सीटों की मांग थोड़ी ज़्यादा है, लेकिन उनका साथ बनाए रखना गठबंधन की एकता के लिए बेहद जरूरी है। वहीं, अमित शाह के संकेत के बाद माना जा रहा है कि चिराग कुछ नरम रुख अपना सकते हैं।
“सम्मानजनक हिस्सेदारी चाहिए, कुर्सी नहीं” एलजेपीआर
एलजेपी (आर) के प्रवक्ता धीरेंद्र मुन्ना ने कहा कि पार्टी को किसी कैबिनेट पोस्ट या राज्यसभा सीट की इच्छा नहीं है, बल्कि बिहार में सम्मानजनक सीटों की जरूरत है। उन्होंने कहा, “फोन भले आउट ऑफ रीच हो, लेकिन हमारे नेता हमेशा लोगों की पहुंच में हैं।”
मुन्ना का कहना है कि चिराग पासवान पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनकी पार्टी केवल सम्मानजनक हिस्सेदारी चाहती है, किसी दबाव में नहीं झुकेगी।
“हमारी तैयारी सभी 243 सीटों की” एलजेपीआर
एलजेपी (आर) के सूत्रों ने बताया कि पार्टी की बातचीत फिलहाल भाजपा से चल रही है, जेडीयू से नहीं। उनका दावा है कि बिहार की राजनीति में चिराग पासवान तेजस्वी यादव के सामने एक मजबूत चेहरा बनकर उभरे हैं।
धीरेंद्र मुन्ना ने कहा, “हमारी तैयारी सभी 243 सीटों पर है। हम किसी को चुनौती नहीं दे रहे, बस अपने हक की बात कर रहे हैं।”
एनडीए में फिर बढ़ी सियासी गर्मी
चिराग पासवान की सीटों की मांग ने एनडीए के भीतर नई खींचतान पैदा कर दी है। जहां भाजपा सुलह का रास्ता तलाश रही है, वहीं जेडीयू अपने स्टैंड पर कायम है।बिहार की सियासत में एक बार फिर चिराग पासवान केंद्र में आ गए हैं। और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह गठबंधन का हिस्सा बने रहते हैं या एक बार फिर अलग राह चुनते हैं।