योगी की दहाड़: बिहार की चुनावी बिसात पर हिंदुत्व का शंखनाद, क्या बदलेंगे राजनीतिक समीकरण?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बिहार में चुनावी ताल ठोक रहे हैं। वह दानापुर में रामकृपाल यादव और सहरसा में डॉ. आलोक रंजन के लिए वोट मांगेंगे। उनकी प्रखर हिंदुत्व और विकासोन्मुख शैली भाजपा के लिए चुनावी माहौल को गरमाने का काम करेगी।

CM Yogi UP

CM Yogi in Bihar: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बिहार के चुनावी समर में आधिकारिक तौर पर कूद रहे हैं। यह उनकी राज्य में पहले प्रचार दिवस की झलक मानी जा रही है, जिस पर सबकी निगाहें टिकी हैं। विश्लेषकों का मानना है कि योगी की धुआंधार रैलियां बिहार के राजनीतिक समीकरणों को एक नई धार दे सकती हैं। उनकी ‘प्रखर हिंदुत्व’ और विकास की मिश्रित शैली मतदाताओं के एक बड़े वर्ग को प्रभावित करने की क्षमता रखती है।

मुख्यमंत्री योगी की आज दो महत्वपूर्ण रैलियों का आयोजन किया गया है। पहली सभा पटना के दानापुर विधानसभा क्षेत्र में सुबह 11:45 बजे होगी। यहां वे भाजपा के अनुभवी नेता और उम्मीदवार रामकृपाल यादव के समर्थन में जनता को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे सहरसा विधानसभा क्षेत्र के लिए उड़ान भरेंगे, जहां दोपहर 1:50 बजे उनकी दूसरी सभा होगी। इस सभा में उन्हें लोकप्रिय विधायक डॉ. आलोक रंजन के लिए समर्थन जुटाना है। रामकृपाल यादव और डॉ. आलोक रंजन, ये ही वे दो नेता हैं जिनके लिए योगी आदित्यनाथ आज वोट मांगेंगे।

Upendra Kushwaha की RLM ने 4 उम्मीदवारों का किया ऐलान, पत्नी स्नेहलता सासाराम से लड़ेंगी चुनाव

CM Yogi का आज का संभावित कार्यक्रम तय है: गुरुवार सुबह 10 बजे अपने सरकारी आवास से अमौसी एयरपोर्ट के लिए रवाना होकर, वे 10:25 बजे पटना एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरेंगे। दिन में 11:25 बजे पटना के जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सीधे जनसभा स्थल पहुंचेंगे। इसके बाद दोपहर 1:40 बजे मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से सहरसा के लिए रवाना होंगे।

भाजपा खेमे में CM Yogi के बिहार चुनाव प्रचार का बेसब्री से इंतजार हो रहा था। उनकी रैलियां धार्मिक और राष्ट्रीयता का जोश जगाने वाली बातों के साथ-साथ हिन्दुत्व और विकास के मुद्दों पर जोर देंगी। चुनावी माहौल गरमाने के इस मौके पर, योगी की सक्रियता भाजपा के जागरूक नेतृत्व और मतदाताओं का उत्साह बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। उनका भाषण मोदी सरकार की योजनाओं और बिहार के विकास के साथ-साथ विपक्षी महागठबंधन पर भी सरकार के रुख को स्पष्ट करेगा।

राजनीतिक पंडितों का मानना है कि योगी की यह यात्रा बिहार में भाजपा को मजबूत बनाने और विपक्षी दलों के खिलाफ अपने अभियान को धार देने के लिए एक ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकती है। उनकी एंट्री से महागठबंधन और अन्य विरोधी दलों को भी अभी से कड़ी टक्कर का संकेत मिलने लगा है, क्योंकि उनकी ‘फायरब्रांड’ छवि बिहार के पारंपरिक चुनावी मैदान में एक नया और निर्णायक आयाम जोड़ सकती है।

Exit mobile version