गुलाम नबी को पद्म सम्मान पर कांग्रेस में बढ़ा विवाद, जयराम नरेश ने लिखा-“आजाद रहना चाहते हैं, न कि गुलाम”

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने मंगलवार को पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया। ऐलान के बाद नए विवाद सामने आ रहे हैं। गुलाम नबी को पद्म सम्मान पर कांग्रेस में विवाद बढ़ता दिख रहा है, अब कपिल सिब्बल भी सामने आ गए। कांग्रेस नेता और पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने गुलाम नबी आजाद को बधाई दी है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधा है। सिब्बल ने बधाई देते हुए कहा कि लगता है कांग्रेस को उनकी जरूरत नहीं है।

अपने एक ट्वीट में कपिल सिब्बल ने लिखा कि गुलाम नबी आजाद को पदम भूषण मिला है। बधाई हो भाईजान। विडंबना यह है कि जब देश सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को मान्यता दे रहा है और कांग्रेस को उनकी सेवाओं की आवश्यकता नहीं है।

इससे पहले मशहूर प्लेबैक सिंगर संध्या मुखर्जी ने पद्म श्री पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया। वहीं बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने भी पद्म भूषण सम्मान स्वीकार नहीं करने का ऐलान किया था।

बुद्धदेव के फैसले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पार्टी में अपने सहयोगी गुलाम आजाद पर मंगलवार को निशाना साधा। बुद्धदेव की तरफ से पद्म भूषण ठुकराए जाने की जानकारी को रीट्वीट करते हुए जयराम रमेश ने लिखा,’सही कदम उठाया, वो आजाद रहना चाहते हैं, न कि गुलाम।’

इससे पहले साल 2008 के बाद पद्म पुरस्कार पाने वाले गुलाम नबी आजाद दूसरे कांग्रेसी नेता हैं। 2008 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पद्म विभूषण से नवाजा गया था। उस दौरान वे यूपीए सरकार में मंत्री भी थे। प्रणब मुखर्जी को 2019 में भारत रत्न सम्मान भी दिया गया।

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