Mahendra Singh Dhoni life style : महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें कैप्टन कूल कहा जाता है, ने अपनी जिंदगी को हमेशा सरल और फोकस्ड रखा। उनका ध्यान सिर्फ क्रिकेट पर रहा, और उन्होंने बाहरी चीजों को कभी तवज्जो नहीं दी। हाल ही में उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया, फिटनेस, और मानसिक मजबूती को लेकर उनका नजरिया क्या है।
सोशल मीडिया से क्यों रहते हैं दूर
Dhooniका मानना है कि अगर आपका काम अच्छा है, तो खुद को प्रमोट करने की जरूरत नहीं। उन्होंने कहा, कई बार लोगों ने मुझसे कहा कि सोशल मीडिया पर एक्टिव रहो, लेकिन मैंने इसे कभी जरूरी नहीं समझा। अगर मैं अच्छा खेलता हूं, तो वही मेरा प्रचार है।
उन्होंने बताया कि जब 2004 में उनका क्रिकेट करियर शुरू हुआ, तब सोशल मीडिया नया नया शुरू हुआ था। लेकिन उन्होंने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, किसके कितने फॉलोअर्स हैं, इस पर सोचने से बेहतर है कि मैं अपने खेल पर ध्यान दूं। यही सबसे जरूरी है।
फिटनेस का रख रहे हैं खास ख्याल
2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर होने के बाद भी धोनी फिटनेस को लेकर पूरी मेहनत कर रहे हैं। वह आईपीएल के अगले सीजन की तैयारी में जुटे हैं।
धोनी ने कहा, अब उम्र के साथ फिट रहना थोड़ा मुश्किल हो गया है। मुझे अपने खाने पीने और वर्कआउट पर पूरा ध्यान देना पड़ता है। हालांकि, मैं तेज गेंदबाज नहीं हूं, इसलिए मेरी फिटनेस की जरूरतें थोड़ी अलग हैं, लेकिन मेहनत करना जरूरी है।
मानसिक मजबूती का राज
Dhooniअपनी मेंटल स्ट्रेंथ बनाए रखने के लिए अलग अलग खेलों में समय बिताते हैं। उन्होंने कहा, मुझे टेनिस, फुटबॉल और बैडमिंटन खेलना बहुत पसंद है। ये खेल मुझे फिजिकली और मेंटली फिट रखते हैं। साथ ही, यह तनाव कम करने का बेहतरीन तरीका है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कमी नहीं खलती
धोनी का कहना है कि उन्हें अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कमी नहीं महसूस होती। उन्होंने कहा, मैंने जो भी फैसले लिए, वो सोच समझकर लिए। एक बार जब आप कोई निर्णय ले लेते हैं, तो उसे लेकर पछतावा करने का कोई मतलब नहीं। मैं खुश हूं कि मैंने देश को गर्व महसूस कराने में अपना योगदान दिया।
परिवार और दोस्तों के साथ समय
Mahendra Singh Dhoniअब अपना ज्यादा समय परिवार और दोस्तों के साथ बिताते हैं। उन्होंने कहा, अब मैं अपनी मोटरसाइकिल की राइड्स का मजा लेता हूं और परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलता है। यह मेरे लिए सबसे खास चीज है।
धोनी की शानदार उपलब्धियां
धोनी ने भारत को 2007 का टी20 वर्ल्ड कप, 2011 का वनडे वर्ल्ड कप और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी जिताई। वह अकेले ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने यह तीनों खिताब जीते। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी भारत को नंबर 1 रैंकिंग पर पहुंचाया।
परिवार और दोस्तों का महत्व
धोनी का कहना है कि उनकी सफलता के पीछे उनके माता पिता और दोस्तों का बहुत बड़ा हाथ है। उन्होंने कहा, मेरे माता पिता ने मेरे लिए बहुत त्याग किए। मेरे दोस्तों ने हमेशा मुझे सपोर्ट किया। उनकी वजह से ही मैं आज यहां हूं।