IND vs AUS Test : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आगाज हो चुका है। पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में दोनों टीमों के बीच जंग जारी है। पर्थ टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया के बल्लेबाज बुरी तरह फेल रहे, जिसका नतीजा यह रहा कि पूरी टीम 50 ओवर भी नहीं खेल सकी और महज 150 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। भारतीय सलामी जोड़ी पहले विकेट के लिए सिर्फ 5 रन ही जोड़ सकी क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल एक भी रन नहीं बना सके और शून्य पर पवेलियन लौट गए। जायसवाल ने 8 गेंदों का सामना किया लेकिन खाता नहीं खोल सके। वह तीसरे ओवर में ही मिशेल स्टार्क का शिकार बन गए।
भारतीय पारी के 150 रनों के स्कोर के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी बेहद खराब रहा। जसप्रीत बुमराह ने अकेले ही कंगारू टीम के टॉप ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया, जिसके बाद दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 104 रनों के स्कोर पर पवेलियन लौट गई। इसके बाद पहली पारी की असफलता से सबक लेते हुए यशस्वी जायसवाल ने दूसरी पारी में केएल राहुल के साथ संभलकर खेलते हुए टीम इंडिया की पारी की शुरुआत की और अपने खाते में 15 रन जोड़कर नया इतिहास रच दिया।
यशस्वी जायसवाल का बड़ा कारनामा
दरअसल, यशस्वी जायसवाल इस साल शानदार फॉर्म में हैं। वह टेस्ट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। युवा ओपनर जो रूट के बाद वह इस साल 1000 से ज्यादा रन बनाने वाले दुनिया के सिर्फ दूसरे बल्लेबाज हैं। पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान जैसे ही जायसवाल ने 15 रन का आंकड़ा छुआ, भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया चमत्कार हो गया। जायसवाल टेस्ट क्रिकेट में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
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उन्होंने 16 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर के नाम था। साल 2008 में गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट में 8 टेस्ट मैचों की 16 पारियों में 1134 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से 3 शतक और 6 अर्धशतक निकले थे।