Mohammed Shami : यूपी के बरेली के मौलाना इंडियन क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी से खफा हैं। उनका कहना है कि शमी ने रमजान के दौरान रोजा नहीं रखा, जबकि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान मैदान पर जूस/एनर्जी ड्रिंक पीते हुए दिखाई दिए थे। मौलाना के मुताबिक, शमी ने जानबूझकर रोजा नहीं रखा, जो कि इस्लामिक शरीयत के अनुसार गुनाह है और वह इस मामले में मुजरिम माने जाते हैं।
शमी का वीडियो हुआ वायरल
दरअसल, दुबई में खेले गए इंडिया बनाम ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल मैच के दौरान शमी का जूस पीते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस पर बरेली के मौलानाओं ने गहरी नाराजगी जाहिर की। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा कि इस्लाम में रोजा रखना फर्ज है, और यदि कोई जानबूझकर रोजा नहीं रखता, तो वह बड़ा गुनाह करता है।
रमजान में शमी ने नहीं रखा रोजा तो भड़के मौलाना ने दिया श्राप
‘अल्लाह माफ नहीं करेगा…’#Cricket #ramzan https://t.co/EBg14aQmnB
— News1India (@News1IndiaTweet) March 6, 2025
शहाबुद्दीन रजवी का कहना था कि मोहम्मद शमी को रोजा रखना चाहिए था, क्योंकि यह उनका वाजिब फर्ज था। उन्होंने कहा कि शमी ने रोजा न रखकर बहुत बड़ा गुनाह किया है, और शरीयत के हिसाब से वह मुजरिम हैं।
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मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने क्या कहा ?
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने शमी को नसीहत देते हुए कहा कि वह क्रिकेट और खेलकूद करें, लेकिन साथ ही इस्लाम के नियमों का पालन भी करें। उन्होंने शमी से कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी समझें और अपने गुनाहों के लिए अल्लाह से माफी मांगें। यह विवाद तब शुरू हुआ जब दुबई में खेले गए इंडिया-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल मैच के दौरान शमी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें वह गर्मी के बीच एनर्जी ड्रिंक पीते हुए नजर आ रहे थे। बरेली के मौलाना और अन्य धार्मिक नेताओं ने इसे गलत करार दिया और शमी को धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने की सलाह दी।