Sehwag sons cricket achievements: वीरेंद्र सहवाग, जिनकी बल्लेबाजी में हमेशा आक्रामकता और जोश था, अब उनके दोनों बेटे भी क्रिकेट में अपना कमाल दिखा रहे हैं। पापा की तरह ही उनके बेटे भी क्रिकेट की दुनिया में धमाल मचाने के लिए तैयार हैं। आर्यवीर और वेदांत दोनों ने अपने खेल से यह साबित किया है कि वे भी अपने पिता की तरह ही मैदान पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं।
आर्यवीर की बल्लेबाजी पापा का ही अंदाज
वीरेंद्र सहवाग के बड़े बेटे आर्यवीर ने हाल ही में कूच बिहार अंडर-19 ट्रॉफी में 297 रन की शानदार पारी खेली। इस पारी ने साबित कर दिया कि वह क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बना सकते हैं। आर्यवीर की बल्लेबाजी में पापा की झलक साफ नजर आती है। उनका बैटिंग स्टाइल वही आक्रामकता दिखाता है जो उनके पिता की पहचान थी। उन्होंने मैच में जिस तरह से रन बनाए, वह सिर्फ उनकी प्रतिभा नहीं, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी दिखाता है। आर्यवीर के खेल को देखकर यही लगता है कि आने वाले समय में वह बड़े क्रिकेटर बन सकते हैं।
वेदांत की गेंदबाजी बेमिसाल प्रदर्शन
अब बात करते हैं वीरेंद्र सहवाग के छोटे बेटे, 14 वर्षीय वेदांत सहवाग की, जिन्होंने विजय मर्चेंट ट्रॉफी में दिल्ली अंडर-16 टीम की ओर से खेलते हुए अपनी फिरकी गेंदबाजी से सबको हैरान कर दिया। वेदांत ने पंजाब के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की और 4 विकेट झटके।
पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 469 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था, लेकिन वेदांत ने अपनी सटीक गेंदबाजी से उनकी बल्लेबाजी को कड़ी चुनौती दी। उन्होंने गुरसिमरन सिंह और अदविक सिंह जैसे बल्लेबाजों को आउट किया। उन्होंने सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं, बल्कि अपने खेल से यह भी साबित किया कि वेदांत में भी काफी क्रिकेटिंग टैलेंट है।
गेंदबाजी में सटीकता वेदांत का रिकॉर्ड
वेदांत ने इस मैच में 40 ओवर फेंके, यानी 240 गेंदें। इन गेंदों में से 178 डॉट बॉल थीं, यानी वेदांत ने अपनी गेंदबाजी से विरोधी बल्लेबाजों को रन बनाने का कोई मौका नहीं दिया। इसमें 10 मेडन ओवर भी शामिल थे, जो उनकी गेंदबाजी की सटीकता को दर्शाते हैं। 140 रन देकर 4 विकेट लेना आसान नहीं था, और वेदांत ने यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक बेहतरीन गेंदबाज भी हो सकते हैं।
दोनों भाई एक अलग अंदाज में चमक रहे हैं
आर्यवीर और वेदांत दोनों ने क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाई है। जहां आर्यवीर बल्ले से रन बना रहे हैं, वहीं वेदांत अपनी गेंदबाजी से टीम के लिए अहम योगदान दे रहे हैं। इन दोनों में वही जोश और क्रिकेट का जुनून है, जो उनके पिता में था। उनकी मेहनत और समर्पण यही साबित करता है कि आने वाले समय में वे क्रिकेट में बड़ा नाम कमा सकते हैं।
सहवाग परिवार का क्रिकेट सफर
वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी में जो ताकत और निडरता थी, वही उनके दोनों बेटों में भी नजर आ रही है। आर्यवीर जहां धुंआधार बल्लेबाजी से रन बना रहे हैं, वहीं वेदांत अपनी सटीक गेंदबाजी से विपक्षी टीमों को परेशान कर रहे हैं। दोनों भाई अपने पापा की तरह ही भारतीय क्रिकेट में नाम बनाने के लिए तैयार हैं। सहवाग परिवार का क्रिकेट में योगदान लगातार बढ़ता जा रहा है, और इन दोनों भाईयों की सफलता से यह तय है कि वे क्रिकेट में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे।
इन दोनों का प्रदर्शन यह साबित करता है कि भारतीय क्रिकेट को अगले बड़े सितारे मिल सकते हैं।