उमेश कोल्हे ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने पर नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया ग्रुप्स में एक पोस्ट शेयर किया था। जिसके बाद आरोपी यूसुफ खान ने उमेश कोल्हे की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया। NIA द्वारा अपनी चार्जशीट में यह दावा किया गया कि पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए यूसुफ खान ने अमरावती के एक फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या कर दी थी।
उमेश कोल्हे मर्डर केस में बड़ा खुलासा
अमरावती मर्डर केस लगातार तूल पकड़ता जा रहा है।महाराष्ट्र में अमरावती के फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी सदस्यों ने उमेश कोल्हे की हत्या की थी। NIA द्वारा दावा किया गया है कि सभी 11 आरोपी तबलीगी जमात के कट्टरपंथी सदस्य रहे हैं। NIA ने मामले में 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पिछले हफ्ते दायर की थी, जिसमें दावा किया गया था कि हर आरोपी तबलीगी जमात से जुड़ा हुआ है।
NIA की चार्जशीट में खुलासा
NIA ने इस मामले को लेकर अपनी चार्जशीट जारी कर दी है। जिसमे NIA द्वारा कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए तब्लीगी जमात के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने अमरावती के एक फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या कर दी थी। जांच एजेंसी NIA की चार्जशीट के मुताबिक कोल्हे को जान से मारने की साजिश एक आरोपी यूसुफ खान के साथ शुरू हुई थी। यूसुफ ने जानबूझकर कोल्हे का नंबर बदलने के बाद पोस्ट का स्क्रीनशॉट लिया और एक ग्रुप में शेयर कर दिया।19 जून को पोस्ट के बाद सभी मुख्य आरोपी अमरावती के गौसिया हॉल में मिले। जहां उन्होंने कोल्हे को मारने का फैसला किया।
कैसे यूसुफ खान ने दिया घटना को अंजाम
पुलिस के मुताबिक, 21 जून को रात 10 से 10.30 बजे के बीच जब उमेश अपनी दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे। तभी उमेश जैसे ही महिला कॉलेज के गेट के पास पहुंचे, तो बाइक सवार दो लोगों ने पीछे से आकर उमेश का रास्ता रोक दिया। एक युवक बाइक से उतरा और उमेश की गर्दन पर धारदार हथियार से वार किया। खून से लथपथ उमेश सड़क पर गिर गए। इसके बाद उनका बेटा संकेत कोल्हे को अस्पताल ले गया जहां उनकी मौत हो गई।
धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने को लेकर की थी हत्या
NIA ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि पैगंबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने उमेश कोल्हे की हत्या कर दी। ने इस NIA घटना को कट्टरपंथी लोगों के एक गिरोह की ओर से अंजाम देने की बात कही गयी था। इस गिरोह ने इस आधार पर कोल्हे की हत्या की थी कि उसने धार्मिक भावनाओं को आहत किया था।