नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। उम्र महज 31 साल। चेहरा मासूम और जेल के अंदर रखता था निर्जला व्रत। बैरक में रईसी वाले ठाठ। जेल में रहते हुए टीवी चैनल को देता है इंटरव्यू। डीएसपी रैंक का अफसर उसका दोस्त। एक इशारे पर डीएसपी जेल में हर सुविधाएं करवता था मुहैया। जनाब का रूतबा ऐसा कि महंगे फोन से वसूलता रंगदारी और जब चाहा, जिसे चाहा उसका करवा देता ‘द एंड’। इसी के चलते साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को जरायम की दुनिया का सबसे बड़ा ‘खलनायक’ कहा जाता है। पंजाब, दिल्ली और अब मुंबई तक उसके आपराधिक नेटवर्क का जाल फैल चुका है। 90 के दशक में दाऊद इब्राहिम के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई गैंगस्टर देशव्यापी दहशत फैला रहा है।
पंजाब में हुआ था लॉरेंस बिश्नोई का जन्म
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फाजिल्का जिले के दुतारावली गांव में हुआ था। साल 2007 में उसने पंजाब यूनिवर्सिटी में लॉ की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया। तभी लॉरेंस छात्र राजनीति में कदम बढाए। 2008 में अपने दोस्त रॉबिन बराड़ की हत्या के बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा। लॉरेंस के पिता जमीदार परिवार से ताल्लुख रहते हैं। लॉरेंस का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई भी गैंगस्टर है। अनमोल पर 10 का इनाम रखा गया है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई जेल में रहते हुए भी अपने नेटवर्क का संचालन कर रहा है और देशभर में खौफ का माहौल बना चुका है। कुछ माह पहले लॉरेंस के शूटर्स ने सलमान खान के दोस्त बाबा सिद्दकी की हत्या कर दी थी। बाबा के मर्डर से पहले पंजाबी सिंगर की हत्या भी लॉरेंस गैंग के शूटर्स ने की थी।
जूनियर विंग बनाने का संकल्प
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल साबरमती जेल में बंद हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उसने अपने आपराधिक साम्राज्य को और मजबूत करने की योजना बनाई है। जेल में बंद बिश्नोई ने 2025 के लिए अपनी गैंग की जूनियर विंग बनाने का संकल्प लिया है। गैंग की नई ब्रिगेड की कमान सूर्य प्रताप उर्फ नोनी और अनमोल बिश्नोई के हाथों में होगी। सूत्रों के अनुसार गैंग देशभर में 1000 नए शूटरों की भर्ती करने की तैयारी कर रहा है, जिसकी जिम्मेदारी रोहित गोदारा को दी गई है। जानकारी ये भी सामने आई है कि लॉरेंस गैंग के सदस्यों को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने और दहशत फैलाने के लिए हैंड ग्रेनेड का भी प्रबंध किया गया है।
रोहित गोदारा को मिली जिम्मेदारी
सूत्रों की मानें तो लॉरेंस बिश्नोई ने शूटर्स की भर्ती की जिम्मेदारी रोहित गोदारा को सौंपी है। बिश्नोई गैंग देशभर में 1000 शूटरों की भर्ती की योजना बना रहा है। लॉरेंस बिश्नोई ने गोल्डी बराड़ को वसूली और हत्या की जिम्मेदारी दी। बी कंपनी के निशाने पर पंजाबी सिंगर और डी कंपनी के मददगार होंगे। 90 के दशक में दाऊद इब्राहिम के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई गैंगस्टर देशव्यापी दहशत फैला रहा है। लॉरेंस बिश्नोई पर यूएपीए जैसी संगीन धारा के तहत केस दर्ज है और उसके खिलाफ 79 से अधिक मामले चल रहे हैं। गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, 2025 तक किसी अन्य राज्य की पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ नहीं कर सकती।
डीएसपी से थी लॉरेंस की दोस्ती
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की दोस्ती पंजाब के डीएसपी गुरशेर सिंह संधू से थी। पुलिस हिरासत में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एक इंटरव्यू सामने आया था। इंटरव्यू की रिकॉर्डिंग की सुविधा देने के आरोप में डीएसपी गुरशेर सिंह संधू पर लगा था। सरकार ने गुरशेर सिंह संध को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है। मार्च 2023 में एक निजी समाचार चैनल ने बिश्नोई के दो साक्षात्कार प्रसारित किए थे। बर्खास्तगी आदेश के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की ओर से गठित एसआईटी (विशेष जांच दल) ने निष्कर्ष निकाला कि पंजाब पुलिस सेवा (पीपीएस) के अधिकारी संधू ने एक टीवी चैनल को उस समय बिश्नोई के साक्षात्कार की रिकॉर्डिंग की सुविधा प्रदान की, जब वह सीआईए, खरड़ की हिरासत में था।
डीएसपी देश से हुआ फरार
इस घटना के बाद संधू को अक्टूबर 2024 में निलंबित कर दिया गया था। पंजाब सरकार ने अब उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्तगी का आदेश गृह सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह ने जारी किया। आदेश में कहा गया है कि संधू ने कदाचार, लापरवाही और कर्तव्य में ढिलाई बरती। उन्होंने हिरासत में बंद अपराधी का इंटरव्यू लेकर पंजाब पुलिस की छवि धूमिल की। उनकी कर्तव्यनिष्ठा में कमी पंजाब पुलिस के अनुशासन और आचार नियमों का घोर उल्लंघन है। सरकार ने हाईकोर्ट को यह भी बताया था कि संधू जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। उनका पता भी नहीं चल पा रहा था। बताया जा रहा है बर्खास्त डीएसपी देश से फरार हो गया है।