EVM पर ‘वोट चोरी’ का दावा: लोकसभा में चुनाव सुधार पर बहस के बीच राहुल गांधी ने मांगी मशीन एक्सेस

लोकसभा में चुनाव सुधारों पर तीखी बहस हुई। राहुल गांधी ने EVM पर सवाल उठाते हुए 'वोट चोरी' का आरोप दोहराया और चुनाव आयोग पर सत्ता पक्ष से तालमेल बिठाने का दावा किया।

Rahul Gandhi

Rahul Gandhi vote theft: संसद के शीतकालीन सत्र के सातवें दिन आज लोकसभा में चुनाव सुधारों पर जोरदार चर्चा हुई, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए ‘वोट चोरी’ का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने मांग की कि राजनीतिक दलों को EVM को देखने की अनुमति दी जानी चाहिए और जोर देकर कहा कि “वोट चोरी एंटी नेशनल काम है।” इस बहस की शुरुआत कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने की।

चर्चा का मुख्य केंद्र बिंदु वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ी, गुमनाम राजनीतिक चंदा, और केंद्रीय निर्वाचन आयुक्त (CEC) की नियुक्ति प्रक्रिया में बदलाव रहा। गांधी ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि वह देश के लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रहा है और चुनाव सुधारों को नहीं चाहता।

प्रमुख बिंदु और राहुल गांधी के आरोप

कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर बहस के दौरान कई गंभीर आरोप लगाए और सुझाव दिए:

  • EVM को देखने की मांग: राहुल गांधी ने मांग की कि राजनीतिक दलों को EVM को देखने के लिए दिया जाए क्योंकि ‘वोट चोरी एंटी नेशनल काम है’।

  • वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का दावा: उन्होंने हरियाणा और महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने वोट चोरी साबित की है। उन्होंने बिहार की वोटर लिस्ट में 1.22 लाख डुप्लीकेट फोटो और हरियाणा में एक ब्राजीलियन महिला की फोटो 22 बार छपने का दावा किया।

  • CEC नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल: उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति प्रक्रिया से भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को हटाना और दिसंबर 2023 में चुनाव आयुक्तों को दंडित न कर सकने का प्रावधान 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किया गया, जो चुनाव आयोग और सत्ता के बीच तालमेल को दर्शाता है।

  • अन्य सुझाव: उन्होंने कहा कि मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट सभी राजनीतिक दलों को चुनाव से एक महीने पहले दी जानी चाहिए और सीसीटीवी फुटेज डिस्ट्रॉय करने का नियम भी बदला जाना चाहिए।

  • लोकतंत्र को नुकसान: गांधी ने आरोप लगाया कि सीबीआई, ईडी और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं पर एक विशिष्ट संगठन से जुड़े लोगों का कब्जा किया जा रहा है, और बीजेपी लोकतंत्र को डैमेज करने के लिए चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर रही है।

स्पीकर ने किया हस्तक्षेप

वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए Rahul Gandhi द्वारा सदन में उदाहरण देने पर स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोकते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते उन्हें गरिमा से बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि विरोध का एक तरीका होता है, लेकिन यह तरीका उचित नहीं है और सदन को गरिमा के साथ चलाना चाहिए।

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