ऐसे दिया वारदात को अंजाम
घटना मंगलवार (25 फरवरी) की सुबह करीब 5.45 बजे की है। पीड़िता फलटण, सतारा जाने के लिए स्वारगेट बस स्टेशन पर बस का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान आरोपी उसके पास आया और उसे ‘दीदी’ कहकर सतारा की बस के दूसरे प्लेटफॉर्म पर खड़े होने की बात कही। आरोपी ने (Pune bus rape) महिला को एक खाली खड़ी ‘शिव शाही’ एसी बस में बैठने के लिए कहा, जो अंधेरे में थी। महिला बस में जाने से हिचकिचा रही थी, लेकिन आरोपी ने उसे विश्वास दिलाया कि यही सही बस है। जैसे ही महिला बस में गई, आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और भागने से पहले उसे धमकाया कि वह किसी को कुछ न बताए।
पुलिस को मिली देर से सूचना
वारदात के तुरंत बाद महिला डरी-सहमी रही और घर जाने के लिए दूसरी बस में बैठ गई। सफर के दौरान उसने अपने एक दोस्त को फोन कर आपबीती बताई, जिसने उसे पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी। इसके बाद महिला पुलिस स्टेशन पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस को बस अड्डे के अधिकारियों से इस घटना की जानकारी सुबह 10 बजे मिली, यानी करीब 4 घंटे बाद।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
दत्तात्रेय गाडे पुणे और अहल्यानगर में कई अपराधों में शामिल रहा है। उसके खिलाफ (Pune bus rape) चोरी, लूट और छिनैती जैसे 6-7 आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2019 में लूट के एक केस में बेल पर बाहर आने के बाद भी वह अपराध करता रहा। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 8 टीमें गठित की हैं और सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसकी तलाश कर रही है।
सरकार और विपक्ष आमने-सामने
इस जघन्य घटना के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं ने स्वारगेट बस स्टेशन पर प्रदर्शन किया और वहां तोड़फोड़ की। कांग्रेस और एनसीपी ने सरकार पर अपराध रोकने में नाकाम होने का आरोप लगाया। डिप्टी सीएम अजित पवार ने दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की है और पुलिस को जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
महाराष्ट्र सरकार ने स्वारगेट बस स्टेशन के सभी सुरक्षा कर्मियों को हटा दिया है और परिवहन विभाग को विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने सभी 33 निजी सुरक्षा गार्डों को निलंबित कर दिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस (Pune bus rape) लगातार आरोपी की तलाश कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।