Radhika Yadav Murder Case: गुरुग्राम में हुई जूनियर इंटरनेशनल टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। खुद उसके पिता दीपक यादव ने ही उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। शुरुआती जांच में पिता के दिए गए बयान और असलियत में काफी फर्क नजर आया। अब पुलिस की जांच में कई नए खुलासे हो रहे हैं।
कोर्ट ने भेजा जेल, शुरू हुई जांच की नई कड़ी
शनिवार को एक दिन की रिमांड खत्म होने के बाद आरोपी पिता दीपक यादव को गुरुग्राम की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इस बीच पुलिस को जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
क्या हुआ था उस दिन?
घटना गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे की है। गुरुग्राम के सेक्टर-57, सुशांतलोक फेज-2 में दीपक यादव ने अपनी बेटी राधिका को चार गोलियां मार दीं। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने तुरंत आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया।
पिता का सबसे बड़ा झूठ क्या था?
दीपक यादव ने शुरुआत में दावा किया कि उसने बेटी को 1.5 करोड़ की टेनिस अकादमी दी थी, लेकिन पुलिस जांच में ये पूरी तरह गलत साबित हुआ। असल में, राधिका की अपनी कोई एकेडमी नहीं थी। वह अलग-अलग टेनिस कोर्ट किराए पर लेकर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देती थी।
व्हाट्सएप चैट से हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस को राधिका की ग्राउंड स्टाफ से हुई चैट मिली है, जिसमें वह कोर्ट बुकिंग के बारे में बात कर रही थी। उसने आखिरी मैसेज में लिखा था। “मैं कल आउंगी।” इससे साफ होता है कि वह अपनी दिनचर्या में लगी हुई थी और किसी विवाद की बात सामने नहीं आ रही थी।
इनामुल हक और हिंदू-मुस्लिम एंगल
इस केस में इनामुल हक नाम के युवक का नाम भी सामने आया। बताया जा रहा है कि राधिका और इनामुल ने दुबई में एक म्यूजिक वीडियो साथ किया था। यही बात पिता को नागवार गुजर रही थी। हालांकि इनामुल हक ने एक वीडियो में कहा कि उसका इस हत्या से कोई लेना-देना नहीं है, और इस मामले को धार्मिक रंग देना गलत है।
अब मां और ग्रामीणों की भूमिका की भी होगी जांच
दीपक यादव ने पुलिस को बताया कि गांव के कुछ लोग उसे बेटी को लेकर ताने देते थे। पुलिस अब इन लोगों से भी पूछताछ करेगी। वहीं, राधिका की मां घटना के वक्त घर पर मौजूद थीं, इसलिए उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।
हत्या के पीछे संभावित दो वजहें
सूत्रों के मुताबिक, राधिका फिल्मों में काम करना चाहती थी और शायद किसी अन्य जाति में शादी का विचार कर रही थी। यह दोनों बातें दीपक यादव को मंजूर नहीं थीं और शायद इसी गुस्से ने उसे यह खौफनाक कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।