फोन खोने पर टेंशन खत्म! ‘संचार साथी’ ऐप के 5 कमाल के फीचर, जो हर भारतीय के पास होने चाहिए

दूरसंचार विभाग (DoT) ने 'संचार साथी' ऐप को फोन में प्री-इंस्टॉल करने का निर्देश दिया है। यह ऐप नागरिकों को साइबर फ्रॉड, नकली हैंडसेट और फर्जी कॉल्स से बचाने में मदद करेगा। खोए फोन को ब्लॉक करने से लेकर अपने नाम पर सक्रिय मोबाइल कनेक्शन जानने तक, यह ऐप कई अहम सुविधाएँ प्रदान करता है।

Sansar Sathi app

Sansar Sathi app News: डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) ने ‘संचार साथी’ ऐप को सभी स्मार्टफोन्स में अनिवार्य रूप से प्री-इंस्टॉल करने का नोटिफिकेशन जारी किया है। यह कदम देश में बढ़ते साइबर फ्रॉड और मोबाइल-संबंधी अपराधों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है। कंपनियों को अगले 120 दिनों के भीतर इस ऐप को यूजर्स के फोन में इंस्टॉल करना होगा, जिसमें पुराने फोन्स के लिए भी OTA (ओवर-द-एयर) अपडेट का उपयोग किया जाएगा।

इस ऐप के जरिए अब लोग आसानी से संदिग्ध कॉल्स और मैसेज को रिपोर्ट कर सकेंगे, अपने खोए हुए या चोरी हुए फोन को ब्लॉक और अन-ब्लॉक कर पाएंगे। यह सुविधा पहले संचार साथी की वेबसाइट पर उपलब्ध थी, जो अब ऐप के माध्यम से सीधे फोन में मिलेगी, जिससे इसका उपयोग पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो जाएगा।

संचार साथी के 5 प्रमुख फीचर्स

Sansar Sathi app कई नागरिक-केंद्रित सेवाएँ प्रदान करता है, जो फ्रॉड को रोकने और उपभोक्ता सुरक्षा को बढ़ाने में मदद करती हैं:

  • 1. संदिग्ध कॉल और मैसेज की रिपोर्ट (चक्षु सर्विस):

    ‘चक्षु’ सर्विस का उपयोग करके, उपयोगकर्ता वॉट्सऐप या सीधे फोन पर आने वाले संदिग्ध या फर्जी कॉल्स और मैसेज की शिकायत कर सकते हैं। यह फीचर साइबर फ्रॉड की प्रारंभिक रिपोर्टिंग में तेज़ी लाएगा।

  • 2. खोए या चोरी हुए फोन को ब्लॉक/अन-ब्लॉक:

    यह सबसे महत्वपूर्ण फीचर है, जिसके माध्यम से आप अपने चोरी हुए या खोए हुए फोन को तुरंत रिपोर्ट करके ब्लॉक कर सकते हैं। अगर फोन मिल जाता है, तो आप कारण बताकर उसे अन-ब्लॉक भी कर सकते हैं, जिससे दुरुपयोग की संभावना समाप्त हो जाएगी।

  • 3. आपके नाम पर कितने नंबर सक्रिय:

    यह विकल्प यूज़र्स को यह जानने में मदद करता है कि उनके आधार या आईडी पर कितने मोबाइल कनेक्शन एक्टिव हैं। यदि कोई नंबर उनका नहीं है, तो वे तुरंत उसे ऐप से ही रिपोर्ट कर सकते हैं, जिससे फर्जी सिम के उपयोग पर रोक लगेगी।

  • 4. फोन की असलियत की जाँच (IMEI):

    यूज़र अपने फोन का 15 अंकों का IMEI नंबर ऐप में एंटर करके उसकी वास्तविकता (असली या फर्जी) की जाँच कर सकते हैं। यह फीचर नकली हैंडसेट की खरीद से बचाएगा और डिवाइस के ब्रांड, मॉडल और निर्माता की जानकारी प्रदान करेगा।

  • 5. फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल की रिपोर्ट:

    यदि किसी भारतीय नंबर से फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल आती है, तो यूज़र उसे ऐप के माध्यम से रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें कॉल करने वाले का नंबर, कॉल का समय और देश जैसी डिटेल्स दर्ज करनी होंगी।

यह Sansar Sathi app उन सभी सेवाओं को समेकित करता है जिनके लिए पहले यूज़र्स को संचार साथी की वेबसाइट पर जाना पड़ता था, जिससे फ्रॉड की रिपोर्टिंग और ज़रूरी सेवाओं का उपयोग त्वरित और सुलभ हो गया है।

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