देवरिया नरसंहार में यादव परिवार और दूबे परिवार दोनों ही इंसाफ की मांग कर रहे हैं। जिसके बाद से प्रेम यादव के घर बुलडोजर कार्रवाई होने को लेकर आशंका जताई जा रही है। पूरा यादव समाज इसकों लेकर सवाल कर रहा है। वहीं अब तहसील कोर्ट ने कार्यवाही करने का आदेश दे दिया है।
तहसील कोर्ट ने प्रेमचंद यादव के पिता समेत तीन आरोपियों को बेदखली का आदेश जारी किया है। यानी तीनों का मकान सरकारी जमीन पर बना हुआ है। इस मामले में कोर्ट ने तीनों परिवार पर कुल मिलाकर 2,82,720 रुपए जुर्माना भी लगाया है। जिसके बाद से माना जा रहा है कि जल्द बुलडोजर की कार्यवाही हो सकती है।
हालांकि प्रेम के वकील की माने तो इस आदेश के बाद वह डीएम कोर्ट में अपील करेंगे। इसके लिए 30 दिन का समय होता है। इसके पहले अगर कोई कार्यवाही होगी तो यह कानून की अवहेलना मानी जाएगी। वैसे प्रशासन ने इस हत्याकांड के बाद ही यादव परिवार के घर पर नोटिश लगा दिया था।
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देवरिया जिले के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में बीते 2 अक्टूबर को जमीन विवाद में 6 लोगों की हत्या हो गई। इस हत्याकांड में प्रेम यादव की सबसे पहले हत्या हुई। उसके बाद सत्यप्रकाश दूबे, उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस नरसंहार में सत्य प्रकाश का एक बेटा मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रहा है, जबकि एक अन्य बेटा देवेश जिंदा बचा है।
तहसील कोर्ट के बेदखली के आदेश के बाद अब प्रेमचंद की बेटी अंशिका ने सीएम योगी से मकान ना गिराने की गुहार लगाई है। अंशिका ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि आज मेरा जन्मदिन है। मुख्यमंत्री जी तोहफा के रूप में हमारा घर हमें दे दें और हमारा घर न गिराया जाए। हमारे साथ अन्याय हुआ है, हमें न्याय चाहिए।