धारावी की झुग्गी से निकल करोड़पति बनी ये बेटी, जानिए WTC की सबसे महंगी महिला खिलाड़ी के बारे में

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने कई खिलाड़ियों के जीवन में बदलाव लाया है। आईपीएल के माध्यम से खिलाड़ियों को बड़े मंच पर प्रदर्शन करने का मौका मिलता है और उनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होती है। कुछ ऐसा ही असर विमंस प्रीमियर लीग का भी रहा है, जिसने कई खिलाड़ियों को करोड़पति बना दिया है। ऐसे ही एक खिलाड़ी हैं, मुंबई के धारावी इलाके में रहने वाली सिमरन शेख।

Simran Sheikh WPL
Simran Sheikh WPL : मुंबई का धारावी, वह जगह जहां बुनियादी सुविधाओं की कमी है और भारत की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती स्थित है। यहां पानी और शौचालय जैसी समस्याएं आम हैं, और रहने वाले लोगों के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल होता है। लेकिन इसी जगह से एक लड़की निकलकर करोड़ों की मालकिन बन गई है। यह लड़की है सिमरन शेख, जिन्हें विमंस प्रीमियर लीग में गुजरात जायंट्स ने अपनी टीम में शामिल किया है।

सिमरन शेख इससे पहले यूपी वॉरियर्स का हिस्सा रह चुकी हैं, जहां उन्हें पिछले साल 10 लाख रुपये मिले थे। घरेलू क्रिकेट में वह मुंबई की टीम के लिए खेलती हैं, और अब डब्ल्यूपीएल में गुजरात की टीम का हिस्सा बनकर खेलेंगी। गुजरात ने उन्हें 1.90 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है, और वह इस सीजन की सबसे महंगी खिलाड़ी बन चुकी हैं।

ऐसा रहा सिमरन शेख का सफर

धारावी एक 550 एकड़ में फैली बस्ती है, जिसमें करीब 10 लाख परिवार रहते हैं। इस बस्ती से डब्ल्यूपीएल तक पहुंचना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। सिमरन शेख यहां लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थीं। 15 साल की उम्र तक आते-आते उन्होंने क्रिकेट में रुचि ले ली थी, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि इस खेल को अपना करियर कैसे बनाना है।

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इसके बाद उन्होंने यूनाइटेड क्लब जॉइन किया, जहां से उनका क्रिकेट करियर आगे बढ़ा। यहां उन्हें रामदेव सर और संजय सतम ने सही मार्गदर्शन दिया और एक बेहतरीन खिलाड़ी बनाया। सिमरन मिडिल ऑर्डर की बल्लेबाज हैं और लेग स्पिन भी करती हैं। इसके अलावा, वह एक शानदार फील्डर भी हैं। अब तक, उन्होंने डब्ल्यूपीएल में नौ मैच खेले हैं।

पिता करते हैं वायरमैन का काम 

सिमरन के पिता वायरमैन हैं और उनके सात बच्चे हैं, जिनमें चार बहनें और तीन भाई हैं। सिमरन की दो बहनें उनसे बड़ी हैं, जबकि बाकी सभी छोटे हैं। उनके माता-पिता ने कभी भी उन्हें क्रिकेट खेलने से नहीं रोका। इसके अलावा, उनके परिवार के बाकी सदस्य भी हमेशा उनका समर्थन करते रहे। लोकल क्रिकेट टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद सिमरन मुंबई की अंडर-19 टीम में जगह बनाने में सफल रहीं, और अब उनका लक्ष्य टीम इंडिया में जगह बनाना है।

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