Mental Health Ambassador: कौन बनीं भारत की पहली मेंटल हेल्थ एंबेसडर,मानसिक स्वास्थ्य के लिए क्या लिया संकल्प

डिप्रेशन से लड़ते हुए दीपिका पादुकोण ने मानसिक स्वास्थ्य को समाज में चर्चा का विषय बनाया। अब भारत की पहली मेंटल हेल्थ एंबेसडर बनकर वे देशभर में जागरूकता फैलाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही हैं।

India’s First Mental Health Ambassador: दीपिका पादुकोण लंबे समय से मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने अपने अनुभवों को खुलकर साझा किया और लोगों को यह समझाने की कोशिश की कि मेंटल हेल्थ पर बात करना कमजोरी नहीं, बल्कि हिम्मत है। उनके इसी समर्पण और निरंतर प्रयासों के कारण केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने उन्हें भारत की पहली “मेंटल हेल्थ एंबेसडर” के रूप में नियुक्त किया।

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर दीपिका ने मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ एक फोटो साझा करते हुए लिखा

“On World Mental Health Day, I am deeply honoured to be appointed as the Union Ministry of Health & Family Welfare’s first-ever Mental Health Ambassador.”
इस घोषणा के साथ ही दीपिका एक नई प्रेरणा बन गईं, जिन्होंने अपने संघर्ष को समाज की ताकत में बदल दिया।

डिप्रेशन से जूझने से लेकर जागरूकता तक

दीपिका पादुकोण ने तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने अपने डिप्रेशन के बारे में सार्वजनिक रूप से बात की। उस दौर में उन्होंने समाज की रूढ़ियों को तोड़ते हुए अपनी कहानी साझा की और लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के महत्व से अवगत कराया।
इसी उद्देश्य से उन्होंने 2015 में अपनी संस्था “Live Love Laugh” की शुरुआत की, जो आज मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में देशभर में कार्यरत है। दीपिका ने कई मंचों पर महिलाओं और युवाओं को यह संदेश दिया कि मन की बात छुपाने के बजाय साझा करनी चाहिए।

वे हमेशा कहती हैं। “No life should be lost due to mental illness” यानी किसी की जिंदगी मानसिक बीमारी की वजह से खत्म नहीं होनी चाहिए। यह सोच ही उनके मिशन की असली ताकत है, जिसने अनगिनत लोगों को जीने की नई उम्मीद दी।

सरकार और समाज की सराहना

इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने कहा।

“श्रीमती दीपिका पादुकोण के साथ यह साझेदारी भारत में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर बातचीत को सामान्य बनाने और समाज में जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी।”

दीपिका की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए, बल्कि हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। जो अभिनेत्री कभी पर्दे पर किरदार निभाती थी, आज वास्तविक जीवन में करोड़ों लोगों की प्रेरणा बन चुकी है। उनकी यह पहल समाज को यह सिखाती है कि अगर बेटियों को अवसर दिया जाए, तो वे खुद के साथ-साथ पूरे समाज को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी निभा सकती हैं।

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