दिल्ली धमाके के वक्त का सामने आया CCTV फुटेज, जानिए काला मास्क पहन कर कौन चला रहा था I 20 कार

दिल्ली में हुए धमाके से ठीक पहले का एक CCTV फुटेज सामने आया है। फुटेज में कार दिखाई दे रही है। इस कार में संदिग्ध चालक काला मास्क पहने था।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को भीषध धमाका हुआ, जिससे 10 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं एक दर्जन से अधिक नागरिक घायल हो गए। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसबीच ब्लास्ट से ठीक पहले का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस फुटेज में लाल किले के पास हुए विस्फोट में इस्तेमाल की गई सफेद हुंडई आई 20 कार दिखाई दे रही है। यह कार भीड़ वाले ट्रैफिक से गुजरते हुए दिखाई दे रही है। कार में काला मास्क पहले ड्राइविंग सीट पर एक शख्स बैठा दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि कार सवार आतंकी मोहम्मद उमर है। हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

देश की राजधानी दिल्ली 2011 के बाद एक बार फिर धमाके से दहल उठी। सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके की आवाज करीब 5 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। अब जांच एजेंसियां पूरे मामले की जांच कर रही हैं, जिसमें यह आतंकी घटना नजर आ रही है। एजेंसियों द्वारा की गई पड़ताल में पता चला है कि इस ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई सफेद हुंडई आई 20 कार पुलवामा के एक डॉक्टर उमर मोहम्मद की थी। जो कथित तौर पर फरीदाबाद में आंतकी नेटवर्क से जुड़ा था। इस आतंकी नेटवर्क के दो डॉक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद आनन-फानन में इस ’डॉक्टर डेथ’ ने इस कार ब्लास्ट की आतंकी वारदात को अंजाम दिया। हालांकि अभी तक सुरक्षा एजेंसियों ने उमर को लेकर कोई पुष्टि नहीं की।

ब्लास्ट से ठीक पहले का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, कार चला रहे शख्स ने अपना चेहरा मास्क से ढका था। फुटेज में कार पार्किंग में प्रवेश करते दिख रही है। जिसमें संदिग्ध हमलावर का हाथ खिड़की पर है। इससे पहले एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। इस फुटेज में कार एक प्रदूषण जांच केंद्र के पास खड़ी दिखाई दे रही है। कार में डॅक्टर उमर और उसका एक और सहयोगी बैठा नजर आता है। कार को उमर चला था। बगल वाली सीट पर उसका साथी एक और डॉक्टर सवार था, जिसे पुलिस ने फरीदाबाद से अरेस्ट कर लिया था। दोनों कार से उतर हैं। प्रदेषण की जांच करवाते हैं और फिर चले जाते हैं। ये सीसीटीवी फुटेज 29 अक्टूबर का बताया जा रहा है। अब ब्लास्ट के वक्त का फुटेज सामने आने के बाद जांच एजेंसियां कार और मास्क पहने हुए ड्राइवर की पहचान करने में जुटी हैं।

प्रारंभिक जांच में आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है। धमाका इतना शक्तिशाली था कि चपेट में आए लोगों के शरीर के हिस्से काफी दूर तक जाकर गिरे। आस-पास खड़ी गाड़ियों के शीशे भी टूट गए। धमाके की आवाज ढाई किलोमीटर दूर आईटीओ चौराहे तक सुनी गई। इस बीच, अमेरिका ने धमाके की जांच में मदद की पेशकश की है। गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि लाल किले के पास सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर आई-20 गाड़ी में धमाका हुआ। पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने बताया, धमाका धीमी गति से चल रही कार में शाम करीब 6ः52 बजे हुआ। शुरुआती जांच के अनुसार, कार में तीन लोग सवार भी थे। वहीं पूरे केस की जांच अब एनआईए को सौंप दी गई है।

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