
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि अधिकांश Survivors को शरापनेल के कारण खुले घाव, गहरी चोटें और गंभीर जलन हुई है। कई मरीजों को ICU में रखा गया है और उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।डॉक्टरों के अनुसार, आने वाले 24 से 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हो सकते हैं। सभी गंभीर मरीजों पर विशेष मेडिकल टीम लगातार नजर रख रही है। अस्पताल में अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की गई है और ट्रॉमा विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
परिजनों की बेचैनी, उम्मीदों का सहारा :अस्पताल के बाहर का माहौल बेहद भावुक है। घायलों के परिजन उम्मीद और चिंता के बीच लगातार अस्पताल में ही डेरा डाले हुए हैं। कई परिवार फर्श पर बैठकर, तो कई कुर्सियों पर पूरी रात जागकर अपने प्रियजनों की हालत सुधारने की दुआ कर रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने भी परिवारों के लिए सहायता डेस्क की व्यवस्था की है ताकि उन्हें समय-समय पर सही जानकारी मिलती रहे। कल रात एक और मरीज़ की मौत हो गई। अस्पताल लाए गए या अस्पताल में दम तोड़ने वाले पीड़ितों की संख्या अब 10 हो गई है। कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है।
लोक नायक अस्पताल के गलियारों में गहरी चिंता और खामोशी पसरी है। हर कुछ मिनट में किसी परिजन की नज़र डॉक्टर से मिलने की कोशिश करती है, ताकि उन्हें अपने प्रियजनों की स्थिति का अपडेट मिल सके।
फिलहाल अस्पताल टीम की कोशिश है कि सभी मरीजों की हालत स्थिर की जा सके और आगे का इलाज बिना किसी जटिलता के जारी रहे।