Delhi NCR Air Polluction: AQI ने बढ़ाई टेंशन, अधिकतम AQI 653 किया गया दर्ज

दिल्ली-एनसीआर में आठ नवंबर की सुबह AQI 653 का खतरनाक स्तर दर्ज हुआ, जिसका कारण तापमान उलटाव और हवा की गति में कमी है। विशेषज्ञों ने प्रदूषण कम करने के उपाय बताए और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

 Delhi NCR Air Polluction: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने 8 नवंबर की सुबह सात बजे नए रिकॉर्ड के रूप में अधिकतम AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 653 तक पहुंच गया, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक स्तर माना जाता है। इससे पहले 7 नवंबर को दोपहर चार बजे AQI 175 दर्ज हुआ था, जो रात में तेज़ वृद्धि का संकेत है।

विशेषज्ञों के अनुसार रात में AQI बढ़ने की वजह तापमान उलटाव (Temperature Inversion) और हवा की गति में कमी है। दिन में सूर्य की गर्मी हवा को ऊपर उठाती है, जिससे प्रदूषण फैलता है, जबकि रात में जमीन ठंडी हो जाती है और हवा सतह के करीब ठंडी होकर भारी हो जाती है। इस स्थिति में प्रदूषण स्थल के आस-पास ही सघन रहता है, जिससे AQI बढ़ जाता है।

क्या दिल्ली-एनसीआर में आम हो गई वायु प्रदूषण ?

दिल्ली-एनसीआर में ऐसी इस मौसम के दौरान आम हैं, क्योंकि इस समय धूप कम होती है, हवाएं शांत रहती हैं और नमी बढ़ जाती है, जो वायु प्रदूषण के कणों को गाढ़ा कर देती है। इसके अतिरिक्त, रात में वाहनों की संख्या कम होने के बावजूद डीजल ट्रक और उद्योगों से जारी प्रदूषण को कम करना मुश्किल होता है, क्योंकि ये आठ घंटे के प्रतिबंधों के बाद रात को चलते हैं।

प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि भारी वाहनों के संचालन पर सख्त नियंत्रण रखा जाए, निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के उपाय किए जाएं और खुले में जली हुई चीज़ों के धुएं को रोका जाए। साथ ही, आम लोगों को मास्क पहनने और प्रदूषण-रोधी उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।

यहां प्रदूषण के कई स्रोतों का प्रभाव एक साथ मिलता है, जिससे रात में वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो जाती है। सरकार और नागरिकों दोनों से शिष्टाचार और सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है ताकि इस गंभीर समस्या से निजात मिल सके।

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