Delhi Gangwar Case:उत्तर-पूर्वी दिल्ली एक बार फिर गैंगवार से दहल गई। सीलमपुर इलाके में हुई फायरिंग में हाशिम बाबा गैंग से जुड़े मिस्बाह की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक का नाम प्रिंस गाजी और दूसरे का अब्दुल्ला है। दोनों ही बदमाश मशहूर गैंगस्टर छेनू के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं।
स्पेशल सेल की बड़ी कार्रवाई
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर छेनू के रिश्तेदार और उसके नए गुर्गे प्रिंस गाजी को गिरफ्तार किया। वहीं, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली पुलिस ने अब्दुल्ला को भी धर दबोचा। जांच में यह साफ हुआ कि दोनों ने मिलकर ही मिस्बाह की हत्या की साजिश रची और फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
छेनू गैंग से जुड़ा था पूरा प्लान
पुलिस की जांच से यह बात सामने आई कि प्रिंस गाजी को छेनू ने जेल में रहते हुए ही अपने गैंग में भर्ती किया था। उसके बाद उसने अब्दुल्ला के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। सूत्रों के अनुसार, हत्या की पूरी साजिश छेनू के भाई रिजवान ने रची थी। रिजवान ही गैंग को बाहर से संभालता था। उसके खिलाफ भी कई थानों में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। हत्या के बाद से ही रिजवान फरार है, जबकि अब्दुल्ला और प्रिंस गाजी के खिलाफ पहले से ही कई केस दर्ज हैं।
हाशिम बाबा गैंग का हिस्सा था मिस्बाह
मिस्बाह पहले छेनू गैंग के लिए काम करता था, लेकिन दो साल पहले उसने उसे छोड़कर हाशिम बाबा गैंग में शामिल हो गया। इसी बात से दोनों गैंगों के बीच दुश्मनी शुरू हो गई। पुलिस का मानना है कि मिस्बाह की हत्या की वजह गैंग बदलना और आपसी रंजिश थी। सीलमपुर में शुक्रवार को मिस्बाह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मिस्बाह पर भी सात आपराधिक केस दर्ज थे और वह कई गैरकानूनी कामों में शामिल रहा था।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ शुरू कर दी है। वहीं, फरार रिजवान की तलाश में कई टीमों को लगाया गया है। पुलिस इस पूरी वारदात को गैंगस्टर छेनू से जोड़कर देख रही है।



