Delhi Blast: देश की राजधानी दिल्ली में हुए बम विस्फोट की जाँच में सुरक्षा एजेंसियों को एक बड़ी सफलता मिली है, जिससे एक विनाशकारी आतंकी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ ने 6 दिसंबर—बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी—को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में छह से सात स्थानों पर समन्वित सीरियल ब्लास्ट करने की योजना बनाई थी। गिरफ्तार संदिग्धों ने खुलासा किया है कि इस तारीख को चुनने का मकसद ‘बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेना’ था। जाँचकर्ताओं के अनुसार, यह योजना पाकिस्तान की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी, जिसके तहत दिल्ली-एनसीआर में लगभग 200 बम फोड़ने की तैयारी थी, जो 26/11 जैसे हमले की पुनरावृत्ति हो सकती थी।
जैश की मल्टी-फेज साजिश का खुलासा
Delhi जाँचकर्ताओं ने जैश मॉड्यूल की सुनियोजित, मल्टी-फेज आतंकी साजिश का ब्योरा जारी किया है, जिसका लक्ष्य भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को दहलाना था। यह साजिश कई चरणों में अंजाम दी जानी थी, जो इस प्रकार हैं:
- चरण 1: जैश-अंसार आतंकी मॉड्यूल का गठन।
- चरण 2: हरियाणा के नूह और गुरुग्राम से इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) और गोला-बारूद के लिए कच्चे माल की खरीद।
- चरण 3: घातक रासायनिक IED का निर्माण और संभावित लक्षित स्थानों की टोह लेना (रेकी)।
- चरण 4: टोह लेने के बाद मॉड्यूल के सदस्यों के बीच इकट्ठे बमों का वितरण।
- चरण 5 (अंतिम): दिसंबर में दिल्ली में छह से सात स्थानों पर समन्वित बम विस्फोटों को अंजाम देना।
मूल रूप से यह हमला अगस्त 2025 में करने की योजना थी, लेकिन इसमें देरी होने के कारण, साजिश को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी 6 दिसंबर की नई तारीख के साथ चुना गया। अधिकारियों ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद वर्षों से अयोध्या का हवाला देते हुए धमकियां दे रहा है और बाबरी विध्वंस का बदला लेने का आह्वान करता रहा है।
भारत की निर्णायक जवाबी कार्रवाई और दृढ़ संकल्प
इस भयावह Delhi साजिश के खुलासे के बाद, भारत ने आतंकवाद के विरुद्ध अपनी दृढ़ संकल्प का परिचय दिया है। सुरक्षा एजेंसियों और कानून प्रवर्तन कर्मियों के अथक प्रयास से लाल किले के पास हुए विस्फोट में शामिल जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मॉड्यूल को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई ने देश को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध एक स्पष्ट और अटल संदेश दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई। कैबिनेट ने Delhi बम ब्लास्ट को आतंकी घटना करार देते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। इस जघन्य घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे राष्ट्र विरोधी ताकतों द्वारा की गई एक कायराना हरकत बताया गया। कैबिनेट ने आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। भारत की यह त्वरित और निर्णायक जवाबी कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।






