अल फ़लाह यूनिवर्सिटी दिल्ली ब्लास्ट के बाद सुर्खियों में आई, जिसका नाम अब जांच एजेंसियों की कार्यवाही और गिरफ्तारियों के चलते चर्चा का विषय बना हुआ है। यह यूनिवर्सिटी फरीदाबाद (हरियाणा) में स्थित है और दिल्ली से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर, धौज गांव में 70 एकड़ के विशाल परिसर में फैली है।
स्थापना, संचालन और पहचान
यह यूनिवर्सिटी वर्ष 2014 में हरियाणा विधानसभा से पारित कानून के तहत स्थापित की गई थी और इसे “अल-फ़लाह चैरिटेबल ट्रस्ट” संचालित करता है, जिसके चेयरपर्सन प्रोफेसर जावेद अहमद सिद्दीक़ी हैं। सिद्दीक़ी पूर्व में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में शिक्षण का अनुभव भी रखते हैं।
ट्रस्ट ने सबसे पहले इंजीनियरिंग कॉलेज (1997), कॉलेज ऑफ एजुकेशन (2006) और ब्राउन हिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (2008) की स्थापना की थी। वर्ष 2015 में इसका दर्जा विश्वविद्यालय में बदल गया और 2016 में मेडिकल कोर्स शुरू हुए।
यहाँ हर साल 200 एमबीबीएस छात्रों का दाखिला होता है, और एक हज़ार से अधिक विद्यार्थी मेडिकल कोर्सेज़ में पंजीकृत हैं। अल फ़लाह मेडिकल कॉलेज में 2023 से पीजी कोर्स भी चलने लगे हैं। हालांकि, एनएएसी (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यापन परिषद) से संबंधित इसके प्रमाण-पत्र को लेकर विवाद हुआ है।
दिल्ली ब्लास्ट से कनेक्शन
यूनिवर्सिटी तब चर्चा में आई, जब दिल्ली ब्लास्ट केस में गिरफ्तार डॉक्टर मुज़म्मिल, डॉ. शाहीन और उमर नबी का संबंध इसी संस्थान से पाया गया। एजेंसियों ने यूनिवर्सिटी परिसर, हॉस्टल और उसके आसपास कई स्थानों पर सघन छापेमारी की। जांच में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और वैज्ञानिक साक्ष्य भी बरामद किए गए।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन डॉक्टरों से सिर्फ पेशेवर संबंध होने की बात कही है और खुद को धमाके की साजिश से अलग बताया है। मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल ने साफ किया कि संस्थान का किसी रसायन या विस्फोटक से कोई संबंध नहीं है, और वे पूरे सहयोग के लिए तैयार हैं।
मौजूदा परिस्थिति और असर
घटना के बाद छात्र एवं स्टाफ डरे हुए हैं और भविष्य को लेकर आशंकित हैं। कड़ी जांच और पुलिसिया घेराबंदी के कारण यूनिवर्सिटी परिसर में डर का माहौल है। मेडिकल हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या भी घट गई है। यह संस्था खासतौर पर यूपी, बिहार और उत्तर भारत के छात्रों के बीच लोकप्रिय रही है, लेकिन अब इसकी साख पर प्रश्नचिह्न लग गया है। प्रशासन ने छात्रों से संयम बरतने की अपील की है।



