Delhi Airport : दिल्ली पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो आईजीआई एयरपोर्ट के लिए भेजे जा रहे एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) को टैंकरों से चोरी कर खुले बाजार में मिनरल टर्पेंटाइन ऑयल (MTO) के रूप में बेच रहा था। यह अवैध धंधा बीते तीन वर्षों से चल रहा था और इससे सरकार को हर महीने करीब 1.62 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हो रहा था।
पुलिस को इस रैकेट की सूचना रविवार को मिली, जिसके बाद क्राइम ब्रांच और रेलवे पुलिस की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की। इस दौरान तीन टैंकर जब्त किए गए जिनमें कुल 72,000 लीटर एटीएफ लदा हुआ था। यह फ्यूल एचपीसीएल के बहादुरगढ़ स्थित असौदा डिपो से आईजीआई एयरपोर्ट भेजा गया था।
ऐसे होती थी फ्यूल की चोरी
गिरोह में शामिल टैंकर चालक, ट्रांसपोर्टर और गोदाम मालिक मिलकर फ्यूल चोरी की इस साजिश को अंजाम देते थे। GPS ट्रैकर से छेड़छाड़ कर टैंकरों को तय मार्ग से हटाकर मुंडका स्थित एक गुप्त स्थान पर ले जाया जाता था। वहां डुप्लीकेट मास्टर चाबी से टैंकर के सुरक्षा लॉक को खोला जाता और नकली डिप रॉड के जरिए तेल की मात्रा सही दर्शाई जाती। इसके बाद चुराया गया फ्यूल ड्रमों में भरकर ब्लैक मार्केट में MTO के रूप में बेचा जाता।
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गिरफ़्तारी और जांच
पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें गोदाम मालिक गया प्रसाद यादव, ट्रक मालिक अशपाल सिंह भुल्लर, खरीदार राजकुमार चौधरी और तीन टैंकर ड्राइवर शामिल हैं। इसके अलावा दो ड्राइवरों के हेल्पर को भी हिरासत में लिया गया है। सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। यह खुलासा दिल्ली में चल रहे संगठित तेल चोरी के नेटवर्क की गंभीरता को उजागर करता है, जिसमें कंपनियों और सरकार को बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।