दिल्ली में झुग्गी तोड़ने की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन, पूर्व सीएम को पुलिस ने लिया हिरासत में

कालकाजी की इस घटना ने जहां प्रशासनिक संवेदनशीलता पर सवाल उठाए हैं, वहीं राजधानी की राजनीति को भी एक नया मोड़ दे दिया है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा दिल्ली की राजनीति में प्रमुख बहस का विषय बन सकता है।

Atishi

Atishi detained: दिल्ली के कालकाजी इलाके में झुग्गियों को हटाने की DDA की तैयारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को आज पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ‘भूमिहीन कैंप’ में झुग्गीवासियों के समर्थन में उतरीं Atishi और उनके समर्थकों की पुलिस से तीखी झड़प हुई। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। इस घटनाक्रम ने राजधानी की सियासत को गरमा दिया है। AAP ने BJP पर तीखा हमला बोला है और झुग्गीवासियों के हक की लड़ाई सड़क से संसद तक लड़ने की बात कही है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है और इलाके में तनाव बना हुआ है।

झुग्गियों पर बुलडोजर की तैयारी, विरोध में उतरीं आतिशी

दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने कालकाजी विधानसभा के भूमिहीन कैंप में झुग्गियों को अवैध अतिक्रमण बताते हुए उन्हें हटाने का नोटिस जारी किया था। DDA ने 10 जून की समयसीमा तय की थी, जिसके बाद आज बुलडोजर कार्रवाई की संभावना थी। इस फैसले के विरोध में AAP कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आतिशी, जो इसी क्षेत्र की विधायक हैं, खुद मौके पर पहुंचीं और झुग्गीवासियों के समर्थन में आवाज बुलंद की।

Atishi ने कहा, “BJP ने जहां झुग्गी, वहां मकान का वादा किया था। अब उसी वादे को तोड़कर गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। हम इसे नहीं होने देंगे।”

पुलिस से झड़प, हिरासत में गईं Atishi

प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। CRPF और दिल्ली पुलिस की भारी तैनाती के बीच पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो Atishi को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में जाते वक्त आतिशी ने तीखा बयान देते हुए कहा, “BJP को इन झुग्गीवासियों की हाय लगेगी, ये गरीबों का अपमान है।” उन्हें एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया, जिसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

AAP ने साधा BJP पर निशाना

आम आदमी पार्टी ने इस घटना की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि दिल्ली की पुलिस BJP के इशारे पर काम कर रही है। पार्टी के आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट किया गया:
“BJP की डरपोक सरकार को गरीबों की आवाज़ से इतना डर लग रहा है कि नेता प्रतिपक्ष को हिरासत में ले लिया गया।”

मनीष सिसोदिया ने भी प्रतिक्रिया दी, “झुग्गीवालों की बेटी बनकर आतिशी उनके साथ खड़ी रहीं। BJP का झुग्गी वादा अब जुमला बन गया है।”

BJP और DDA की सफाई

हालांकि BJP की ओर से कोई आधिकारिक बयान अब तक नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि DDA की कार्रवाई पूरी तरह कानूनी है और अवैध अतिक्रमण हटाना आवश्यक है। BJP के कुछ नेताओं ने इसे ‘राजनीतिक स्टंट’ बताते हुए कहा कि आतिशी का प्रदर्शन जनता को गुमराह करने की कोशिश है।

झुग्गीवासियों की पीड़ा और गुस्सा

कालकाजी के भूमिहीन कैंप में रहने वाले हजारों लोग इस कार्रवाई से डरे हुए हैं। एक निवासी ने कहा, “हम 30 साल से यहां हैं। न कोई नोटिस मिला, न कहीं बसाया गया। अब एक झटके में सब छीन लिया जाएगा?” स्थानीय लोगों ने सरकार से पुनर्वास की मांग की है और कहा कि अगर वैकल्पिक इंतजाम नहीं हुए तो वे सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।

पहले भी हो चुका है टकराव

यह पहली बार नहीं है जब Atishi और दिल्ली पुलिस के बीच ऐसा टकराव हुआ है। फरवरी 2025 में विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनके खिलाफ गोविंदपुरी थाने में FIR दर्ज की गई थी, जिसमें आचार संहिता उल्लंघन और पुलिस से मारपीट के आरोप लगे थे।

आगे क्या?

AAP ने स्पष्ट कर दिया है कि अब यह केवल एक मोहल्ले का मुद्दा नहीं, बल्कि गरीबों की गरिमा और अधिकार की लड़ाई है। पार्टी इसे संसद में उठाने की बात कह रही है। दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस ने अब तक कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की है, लेकिन पूरे इलाके में तनाव बरकरार है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी सुरक्षा बल तैनात है।

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