सत्र की तारीख़ का ऐलान
दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र 5 जनवरी 2026 से शुरू होगा। इस बार का सत्र कई मायनों में अहम रहने वाला है क्योंकि इसमें कुल 5 CAG (Comptroller and Auditor General) की ऑडिट रिपोर्टें सदन में पेश की जाएंगी। विधानसभा सचिवालय ने शुक्रवार को इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।
एलजी का अभिभाषण
राज्यपाल यानी दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना सत्र के पहले दिन विधानसभा को संबोधित करेंगे। अभिभाषण के दौरान वे सरकार की उपलब्धियों और 2025 में राजधानी में चल रहे विकास कार्यों का ज़िक्र करेंगे। यह संबोधन संविधान के अनुच्छेद 176 के तहत होगा, जो हर विधानसभा सत्र की औपचारिक शुरुआत को चिह्नित करता है।
पेश होंगी 5 CAG रिपोर्टें
दिल्ली सरकार इस सत्र में पांच महत्वपूर्ण CAG रिपोर्टें सदन के पटल पर रखेगी, जिनमें—
शिक्षा विभाग में व्यय और नीतिगत अनुपालन,
लोक निर्माण विभाग (PWD) के प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग,
स्वास्थ्य विभाग और सरकारी अस्पतालों की खर्च ऑडिट,
जल बोर्ड के राजस्व घाटे की समीक्षा, और
ऊर्जा विभाग व डिस्कॉम्स में पारदर्शिता रिपोर्ट शामिल हैं।
इन रिपोर्टों पर लोक लेखा समिति (PAC) और संबंधित विभागों में चर्चा होगी।
सरकार बनाम एलजी विवाद की आशंका
सत्र से पहले अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ मुद्दों पर आप सरकार और एलजी कार्यालय के बीच नई राजनीतिक तनातनी देखने को मिल सकती है। एलजी पूर्व में विज्ञापन खर्च, जल बोर्ड घाटे और बिजली सब्सिडी में पारदर्शिता को लेकर सरकार को घेर चुके हैं। वहीं, सत्र से पहले उपमुख्यमंत्री समेत कई विभागीय अधिकारियों को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश मिले हैं।
विपक्ष का रुख
दिल्ली बीजेपी ने संकेत दिया है कि वह इस सत्र में भ्रष्टाचार, शिक्षा घोटाले और पानी संकट जैसे मुद्दों को जोर-शोर से उठाएगी। नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि “CAG रिपोर्ट खुद बताएगी कि आम आदमी पार्टी सरकार की नीतियां कितनी पारदर्शी हैं।”
कितने दिन चलेगा सत्र?
फिलहाल अनुमान है कि सत्र लगभग चार से पांच दिन तक चलेगा। अंतिम एजेंडा 2 जनवरी को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक में तय किया जाएगा। सत्र में प्रश्नकाल, विशेष उल्लेख और सरकारी विधेयकों पर चर्चा भी होगी।



