Delhi Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं। 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजधानी में जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है, और इसके दिग्गज नेता मनीष सिसोदिया जंगपुरा सीट से हार गए हैं। उन्हें भाजपा के उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह ने 1,844 वोटों के अंतर से पराजित किया। इससे पहले आप ने लगातार दो बार दिल्ली में सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार के चुनावी नतीजे बताते हैं कि जनता ने भाजपा को सत्ता सौंपने का मन बना लिया था।
AAP का क्लीन बोल्ड, BJP की आंधी
Delhi Elections चुनाव नतीजों से साफ हो गया है कि भाजपा ने दिल्ली में ऐतिहासिक वापसी की है। आम आदमी पार्टी, जिसने पिछले दो चुनावों में जबरदस्त प्रदर्शन किया था, इस बार कमजोर पड़ गई। भाजपा ने अपने आक्रामक प्रचार अभियान के दम पर मतदाताओं को अपने पक्ष में किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा की ताबड़तोड़ रैलियों का असर मतदाताओं पर साफ दिखाई दिया।
केजरीवाल पर भी हार का खतरा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपनी सीट से पीछे चल रहे हैं। नई दिल्ली विधानसभा सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां भाजपा के उम्मीदवार उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। आम आदमी पार्टी के लिए यह नतीजे किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं। चुनाव से पहले तक पार्टी को उम्मीद थी कि वह फिर से सत्ता में लौटेगी, लेकिन मतदाताओं ने इस बार भाजपा को मौका दिया।
भाजपा दफ्तर में जश्न का माहौल
चुनाव के रुझानों के साथ ही भाजपा कार्यकर्ता दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में जश्न मनाने लगे हैं। ढोल-नगाड़ों के साथ समर्थकों ने जश्न की शुरुआत कर दी है। भाजपा नेता इसे जनता का आशीर्वाद बता रहे हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी के दफ्तर में सन्नाटा पसरा हुआ है।
इस चुनाव परिणाम के साथ ही दिल्ली की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। 27 साल बाद भाजपा को सत्ता में लाने वाले मतदाताओं ने यह संदेश दिया है कि वे बदलाव चाहते थे। अब देखना होगा कि भाजपा अपनी सरकार बनने के बाद राजधानी में क्या बड़े कदम उठाती है।