Delhi–Meerut Expressway Exit Issue: गाजियाबाद में दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे (डीएमई) पर मेरठ की दिशा में आइपीईएम कॉलेज के पास स्थित एग्जिट प्वाइंट को बंद किए जाने के बाद यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। एग्जिट बंद होने की जानकारी स्पष्ट रूप से दिखाई न देने की वजह से यहां अक्सर जाम लग रहा है और लोग भ्रमित होकर अचानक गाड़ियों को रोक रहे हैं।
एनएचएआई ने इस एग्जिट को कार्यदिवसों में शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके लिए रास्ते में कुछ छोटे साइनेज बोर्ड लगाए गए हैं, लेकिन तेज रफ्तार से चल रही गाड़ियों को ये बोर्ड दूर से दिखाई नहीं देते। ऐसे में वाहन चालक एग्जिट के पास पहुंचकर ही समझ पाते हैं कि रास्ता बंद है, जिसके कारण अचानक रुकावट और जाम की स्थिति बन जाती है।
एग्जिट बंद होने से क्यों हो रहा है जाम
आइपीईएम कॉलेज के पास बना यह एग्जिट पहले डीएमई से उतरने वाले वाहनों और हापुड़ रोड तथा गाजियाबाद से आने वाले ट्रैफिक का मिलन बिंदु था। इस वजह से यहां हमेशा भारी भीड़ रहती थी। कई बार सड़क हादसे भी होते थे। पीक आवर्स में तो आइपीईएम कॉलेज से लेकर विजय नगर तक लंबा जाम लगता था।
लोगों की मांग पर एनएचएआई ने 1 दिसंबर से इस एग्जिट को शाम के पीक आवर्स में बंद करने का फैसला लिया। हालांकि बंदी के बाद भी साइनेज स्पष्ट न होने के कारण वाहन चालक भ्रमित हो रहे हैं और जाम की स्थिति फिर पैदा हो रही है। अब फिलहाल 500 मीटर जाम लग रहा है, जबकि पहले 2 से 5 किलोमीटर तक लाइन लग जाती थी। सुबह पीक आवर्स में यह एग्जिट बंद नहीं किया गया है, इसलिए सुबह का जाम अभी भी बना रहेगा।
एबीईएस कॉलेज वाला एग्जिट खुला रहेगा
दिल्ली जाने की ओर एबीईएस कॉलेज के पास वाला एग्जिट प्वाइंट भी अक्सर जाम का कारण बनता है, क्योंकि यहां से क्रॉसिंग रिपब्लिक और नोएडा एक्सटेंशन की ओर जाने वाले वाहन निकलते हैं। इंटरनेट पर कुछ लोगों ने दावा किया था कि यह एग्जिट भी बंद कर दिया गया है, जबकि एनएचएआई ने इसे पूरी तरह खारिज किया है। यह एग्जिट फिलहाल चालू है।
जाम से स्थायी राहत के लिए बनेंगी अतिरिक्त लेन
एनएचएआई ने बताया है कि हाईवे-9 पर आइपीईएम और एबीईएस कॉलेज के पास इंट्री और एग्जिट पॉइंट पर एक-एक अतिरिक्त लेन बनाई जाएगी। दो नई लेन बनने के बाद जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। सड़क चौड़ी होने के बाद शाम के समय कट बंद करने की व्यवस्था भी हटाई जा सकती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएचएआई ने बिना उचित सर्वे के एग्जिट प्वाइंट बना दिए थे, जिसका नुकसान अब यात्रियों और निवासियों को उठाना पड़ रहा है।

