Delhi metro Jama Masjid crowd incident दिल्ली के जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन पर 13 फरवरी की रात एक अजीबोगरीब घटना हुई। शब-ए-बारात त्योहार के बाद रात 11:12 से 11:21 बजे के बीच जब लोग घर जाने के लिए मेट्रो स्टेशन पहुंचे, तो वहां अचानक जबरदस्त भीड़ जमा हो गई। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कुछ लोग स्वचालित किराया संग्रह (AFC) गेट्स को फांदकर बाहर निकलने लगे।
वीडियो वायरल होते ही हरकत में आई पुलिस
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि लोग एक के बाद एक सुरक्षा बैरियर को पार कर रहे हैं। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने तुरंत सख्त कदम उठाते हुए संबंधित लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी। अब DMRC और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के अधिकारी सीसीटीवी फुटेज की मदद से उन लोगों की पहचान करने में जुटे हैं, जिन्होंने यह नियम तोड़ा।
भीड़ बढ़ने से बढ़ी परेशानी
CISF अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन पर एक साथ दो ट्रेनों के आने से हालात बिगड़ गए। स्टेशन पर पहले से ही काफी लोग मौजूद थे, लेकिन जब अचानक दो ट्रेनें आ गईं, तो भीड़ बेकाबू हो गई। स्टेशन कंट्रोलर ने स्थिति को काबू में लाने के लिए एक साइड गेट खोल दिया, ताकि लोग आराम से बाहर निकल सकें।
लेकिन कुछ लोगों ने जल्दबाजी में अनुशासनहीनता दिखाते हुए AFC गेट्स को कूदकर पार करना शुरू कर दिया। इस वजह से वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
DMRC की सख्त चेतावनी
DMRC ने इस घटना पर कहा कि मौके पर सुरक्षाकर्मी और बाकी कर्मचारी पर्याप्त संख्या में मौजूद थे, लेकिन अचानक बढ़ी भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया। DMRC का कहना है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
DMRC और CISF ने यात्रियों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और भविष्य में ऐसी गलतियां न करें। साथ ही, चेतावनी दी गई है कि अगर कोई दोबारा ऐसी हरकत करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
यात्रियों से अपील ,मेट्रो के नियमों का करें पालन
इस घटना के बाद मेट्रो प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे संयम बनाए रखें और नियमों के मुताबिक यात्रा करें। मेट्रो दिल्ली की लाइफलाइन है, और इसकी सुरक्षा सभी यात्रियों की जिम्मेदारी है। अगर कोई इस तरह की अनुशासनहीनता करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और मेट्रो स्टेशन पर अनुशासन बनाए रखें।