Delhi Nirbhaya 2: दिल्ली में एक बार फिर से ऐसी वारदात हुई है, जिसने राजधानी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। 11 अक्टूबर को तीन दरिंदों ने एक युवती के साथ चलती ऑटो में गैंगरेप किया और फिर उसे खून से सनी, अर्धनग्न हालत में सड़क पर फेंक दिया। पीड़िता की हालत इतनी खराब थी कि वह किसी को अपनी आपबीती नहीं बता पा रही थी, लेकिन धीरे-धीरे उसके बयान से यह कचोटने वाली सच्चाई सामने आई कि वह भी ‘निर्भया’ की तरह बर्बरता का शिकार हुई थी।
घटना का विवरण
यह वारदात करीब 25 दिन पहले, 11 अक्टूबर की रात ढाई बजे के आसपास हुई थी। युवती सराय काले खां इलाके में खून से सनी और अर्धनग्न हालत में सड़कों पर घूम रही थी। एक सैन्य अधिकारी ने उसकी स्थिति देखी और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर आकर पीड़िता को अस्पताल भेजा और उसके बयान के लिए इंतजार किया, लेकिन उसकी मानसिक और शारीरिक स्थिति इतनी खराब थी कि वह कुछ भी बता पाने में सक्षम नहीं थी।
Delhi पुलिस ने आसपास के CCTV फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ शुरू की, लेकिन कोई खास जानकारी नहीं मिली। कुछ दिनों बाद, जब पीड़िता की हालत में सुधार हुआ, तो उसने बताया कि तीन युवकों ने उसे एक ऑटो में बिठाया था और उसे कई घंटों तक राजघाट के आसपास घुमाया। वहां उसने तीनों के साथ गैंगरेप का शिकार हुई। यह वारदात दिल्ली के एक सुरक्षित इलाके में हुई, जो पुलिस की चुप्पी और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
अपराधियों की गिरफ्तारी
Delhi पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू की और कई ऑटो की जांच की। अंततः आरोपियों का सुराग मिला और तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी प्रमोद, शमशुल और प्रभु महतो शराब के नशे में थे और उन्होंने इस घिनौने अपराध को अंजाम दिया। प्रमोद, जो एक कबाड़ी है, ने पहले पीड़िता के साथ रेप किया, उसके बाद शमशुल और फिर प्रभु महतो ने अपनी बारी के अनुसार दरिंदगी की।
दिल्ली के तीन दरिंदे जिन्होंने एक लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात को दिया अंजाम। हैवानियत को शर्मशार कर देने वाली वारदात।लड़की का AIIMS में चल रहा है ईलाज।@NetworkItv @DelhiPolice @LtGovDelhi pic.twitter.com/BcnfxCdEAa
— Hussainjaved (#India News ) (@hussainjaved81) November 7, 2024
गिरफ्तार आरोपियों में एक शमशुल है, जो एक भिखारी है और उसका पैर खराब है। प्रमोद, जो शराब के नशे में था, ने पीड़िता के साथ पहले दुष्कर्म किया और शमशुल ने उसका साथ दिया। इसके बाद प्रभु महतो ने भी ऑटो में उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 150 ऑटो की जांच की, तब जाकर आरोपी पकड़े गए।
पीड़िता की मानसिक स्थिति
जांच में यह सामने आया कि पीड़िता ओडिशा की रहने वाली है और पिछले कुछ महीनों से मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। वह अपने परिवार से बिना बताए Delhi आई थी और यहां बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और फुटओवर ब्रिज पर रहती रही। उसके परिवार ने ओडिशा में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़िता ने बाद में पुलिस को बताया कि वह राजघाट से पैदल चलते हुए सराय काले खां तक पहुंची थी, जहां उसे देखा गया।
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यह घटना दिल्ली में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर गंभीर सवाल खड़े करती है। खासतौर पर दशहरे के दौरान दिल्ली में हाई अलर्ट था, लेकिन उसके बावजूद राजधानी में इस तरह की वारदात हुई।
यह मामला राजधानी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक और कड़ी बहस का कारण बन चुका है।