Delhi Online Liquor Booking e-Abkari Delhi App: राजधानी दिल्ली में अब शराब खरीदने का अंदाज़ पूरी तरह बदलने वाला है। अक्सर अपनी पसंदीदा ब्रांड की तलाश में एक ठेके से दूसरे ठेके भटकने वाले दिल्लीवालों के लिए केजरीवाल सरकार का आबकारी विभाग एक ‘डिजिटल तोहफा’ लेकर आया है। अब आपको तपती धूप या लंबी लाइनों में लगकर यह पूछने की ज़रूरत नहीं होगी कि “भाई, स्टॉक है क्या?”।
दिल्ली सरकार ने ‘ई-आबकारी दिल्ली’ (e-Abkari Delhi) ऐप विकसित किया है, जो न केवल आपको पास की दुकान पर स्टॉक की उपलब्धता बताएगा, बल्कि आपको प्री-बुकिंग की सुविधा भी देगा। यह कदम न केवल पारदर्शिता लाएगा, बल्कि त्योहारों और वीकेंड पर होने वाली भारी भीड़ और कालाबाजारी पर भी लगाम कसेगा। डिजिटल दिल्ली की दिशा में शराब प्रेमियों के लिए यह किसी बड़ी राहत से कम नहीं है।
कैसे काम करेगा नया सिस्टम?
Delhi Liquor आबकारी विभाग के इस नए सिस्टम का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों के समय की बचत और सही ब्रांड तक उनकी पहुँच सुनिश्चित करना है। इसके मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
रियल-टाइम स्टॉक अपडेट: ऐप के ज़रिए आप देख सकेंगे कि आपके इलाके की किस दुकान पर कौन सा ब्रांड उपलब्ध है और उसका कितना स्टॉक बचा है।
दुकान की लोकेशन: ऐप आपको मैप के ज़रिए यह भी बताएगा कि संबंधित दुकान आपके घर से कितनी दूर और कहाँ स्थित है।
प्री-बुकिंग सुविधा: आप घर बैठे अपनी बोतल रिजर्व कर सकते हैं, ताकि दुकान पहुँचने तक वह बिक न जाए।
पिकअप के लिए मिलेगा ‘गोल्डन ऑवर’
प्रस्तावित Delhi Liquor नियमों के अनुसार, प्री-बुकिंग के बाद ग्राहकों को अपना ऑर्डर लेने के लिए 1 घंटे का समय (Pick-up Window) दिया जाएगा।
जरूरी बात: अगर ग्राहक बुकिंग के 1 घंटे के भीतर दुकान पर नहीं पहुँचता है, तो दुकानदार उस बोतल को किसी दूसरे ग्राहक को बेचने के लिए स्वतंत्र होगा। इससे स्टॉक जाम होने की समस्या नहीं आएगी।
शिकायत और शुद्धता की गारंटी
सिर्फ बुकिंग ही नहीं, यह ऐप सुरक्षा के लिहाज से भी काफी अहम है:
ओवरचार्जिंग पर लगाम: ऐप पर शराब की सही कीमत दर्ज होगी, जिससे दुकानदार आपसे ज्यादा पैसे नहीं वसूल पाएंगे।
मिलावट से सुरक्षा: ग्राहक शराब की प्रमाणिकता की जाँच कर सकेंगे।
डायरेक्ट फीडबैक: अगर कोई दुकानदार बदतमीजी करता है या नियमों का उल्लंघन करता है, तो सीधे ऐप के माध्यम से शिकायत दर्ज की जा सकती है।
वर्तमान स्थिति
फिलहाल Delhi Liquor ‘ई-आबकारी’ ऐप ट्रायल मोड में है और गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। विभाग जल्द ही इसे पूरी तरह से रोल-आउट करने की योजना बना रहा है। अभी प्री-बुकिंग पर कोई अतिरिक्त शुल्क लिया जाए या नहीं, इस पर अंतिम निर्णय होना बाकी है।



