Delhi Space Debris : शुक्रवार देर रात करीब 1:20 बजे दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और जयपुर के आसमान में एक अजीब सा नजारा देखने को मिला। लोगों ने देखा कि आकाश में तेज चमकती लपटें और जलती हुई रोशनी की धारियां दौड़ती नजर आईं। इस दृश्य ने लोगों को चौंका दिया और सोशल मीडिया पर अटकलों का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ ने इसे उल्कापात बताया, तो कुछ ने स्पेस डेब्रिस (अंतरिक्ष का मलबा) कहा।
हालांकि, अब तक किसी सरकारी एजेंसी की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, जिससे यह रहस्य और भी गहरा गया है। कई लोगों ने बताया कि जिस पल यह रोशनी आसमान में दिखाई दी, उनका दिल बैठ सा गया, और कुछ पलों के लिए माहौल डरावना हो गया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए नज़ारे
इस घटना के बाद कई यूज़र्स ने X (पूर्व में ट्विटर) और Reddit जैसे प्लेटफॉर्म पर वीडियो और तस्वीरें साझा कीं।
एक यूज़र ने लिखा, “छत से यह दृश्य देखा… लग रहा था मानो उल्कापिंड जलता हुआ धरती की ओर आ रहा हो।”
गुरुग्राम के सेक्टर 77 से किसी ने इसे उल्कापात करार दिया।
नोएडा के कई निवासियों ने दावा किया कि 1:22 बजे के आसपास आसमान में तेज चमक हुई और कुछ क्षण के लिए लगा जैसे कोई उल्का धरती से टकराने वाला हो।
कई लोगों ने इस घटना को “प्राकृतिक आतिशबाज़ी” बताया, तो कुछ ने कहा, “जैसे अंतरिक्ष से आग का गोला गिर रहा हो।” हर किसी के मन में एक ही सवाल था — “आखिर यह था क्या?”
विशेषज्ञों की नजर में क्या है यह रहस्य?
कुछ अंतरिक्ष विज्ञानियों का मानना है कि यह दृश्य एक बोलाइड (Bolide) हो सकता है — यानी ऐसा उल्कापिंड जो वातावरण में प्रवेश करते हुए तेज रोशनी और ध्वनि उत्पन्न करता है। वहीं, कुछ अन्य विशेषज्ञों ने आशंका जताई कि यह चीन के CZ-3B रॉकेट के किसी टुकड़े का पृथ्वी के वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करते वक्त जलने का दृश्य भी हो सकता है। X पर ThePageToday नाम के अकाउंट ने दावा किया कि यह रोशनी Perseid Meteor Shower का हिस्सा हो सकती है, जो हर साल अगस्त के मध्य में देखा जाता है।
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यह तब होता है जब धरती, धूमकेतु Swift-Tuttle की धूल और मलबे से होकर गुजरती है। हालांकि, सितंबर में इस तरह की गतिविधि बेहद दुर्लभ मानी जाती है, इसलिए यह दावा भी पूरी तरह पक्का नहीं कहा जा सकता। जो भी हो, जिसने भी यह चमकता और जलता हुआ नज़ारा देखा, उसके लिए यह अनुभव किसी साइंस फिक्शन फिल्म के दृश्य से कम नहीं था। चाहे ऑफिस से लौटते युवा हों या छत पर खड़े परिवार – हर किसी ने इस पल को ज़िंदगी का यादगार लम्हा बताया।