Delhi Flood: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और खतरे का निशान पार कर चुका है। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि निचले इलाकों में पानी घरों और सड़कों में घुस गया है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी ने दिल्लीवासियों की चिंता बढ़ा दी है। प्रशासन ने यमुना किनारे बसी कॉलोनियों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया है। राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है और नावों के जरिए लोगों को वहां पहुँचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में दिल्ली और एनसीआर के कई हिस्सों में बारिश की चेतावनी दी है, जिससे बाढ़ की स्थिति और बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है।
हथिनीकुंड बैराज से मंगलवार को सुबह तक 1.76 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके अलावा वजीराबाद बैराज से 69,210 क्यूसेक और ओखला बैराज से 73,619 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़े जाने की पुष्टि अधिकारियों ने की। इस भारी जलप्रवाह के चलते नदी का जलस्तर पुराने यमुना पुल पर सुबह 8 बजे 205.80 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर है। अनुमान जताया जा रहा है कि शाम तक यमुना 206.50 मीटर को भी पार कर सकती है।
Bulandshahr shooting: कोर्ट से लौट रही महिला पर जानलेवा हमला, ससुराल पक्ष पर आरोप
हालात बिगड़ने के बाद Delhi आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तुरंत निचले इलाकों को खाली कराने के निर्देश दिए। यमुना बाजार, मयूर विहार, शाहदरा और विवेक विहार जैसे इलाकों में घरों में पानी भर गया है। स्थानीय प्रशासन नावों और राहतकर्मियों की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज रहा है। प्रभावित लोगों से केवल जरूरी सामान लेकर राहत शिविरों में पहुँचने की अपील की गई है।
रातभर की भारी बारिश ने संकट को और बढ़ा दिया। दिल्ली की कई प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे यातायात पूरी तरह प्रभावित हुआ। आईटीओ, अक्षरधाम, कश्मीरी गेट और प्रीत विहार जैसे इलाकों में गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं।
मौसम विभाग ने नरेला, अलीपुर, बुराड़ी, करावल नगर, दिलशाद गार्डन और सीमापुरी समेत कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है। एनसीआर के साथ-साथ हरियाणा और पश्चिमी यूपी में भी अगले कुछ घंटों में बारिश की संभावना है। ऐसे में दिल्ली में बाढ़ का खतरा और गंभीर हो सकता है।
Delhi प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकारी निर्देशों का पालन करें। राहत व बचाव दल लगातार काम में जुटे हुए हैं और सरकार ने हालात से निपटने के लिए सभी विभागों को अलर्ट पर रखा है।