Delhi’s Haunted Places: भूत प्रेत जैसा हकीकत है या नहीं इस बात को तो कहना मुश्किल है, लेकिन कुछ लोग इस पर यकीन करते है और कुछ ऐसे भी हैं जो इसे सिर्फ अफवाह समझते है। आप लोगों ने कभी न कभी देश के कुछ भूतिया जगहों के बारे मे तो जरूर सुना होगा, इन जगहों की बातें सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाते होंगे। चलिए आज हम आपको (Delhi’s Haunted Places) दिल्ली के 5 सबसे डरावनी जगहों के बारे मे बताते है जहां लोगों का मानना है आज भी यह जगहें रहस्यमय डरावनी हैं।
फिरोज शाह कोटला किला (Feroz Shah Kotla Fort)
फिरोज शाह कोटला किला को 1354 मे फिरोज शाह तुगलक ने बनवाया था, लेकिन आज यह किला एक खंडहर मे तब्दील हो गया है, लोगों का कहना है की गुरुवार के दिन इसके अंदर अगरबत्ती जलती हुई नजर आती है। ऐसे मे यह माना जाता है कि शायद यह आत्माएं जिन्न को खुश करने के लिए एक साथ जमा होती है। यह शाम के समय जाना मना है, इस किले को भूतिया किले के नाम से भी जाना जाता है।
खूनी दरवाजा (Khooni Darwaza)
दिल्ली में एक ऐसी जगह है जिसे खूनी दरवाज़ा के नाम से जाना जाता है, यह दरवाज़ा दिल्ली की सबसे डरावनी भूतिया जगहों में से एक है। लोगों का कहना है कि यहां रात के समय लोगों के चीखने चिल्लाने की आवाज़े आती है। माना जाता है कि यहाँ तीन राजकुमारियों को बहरेमी से मार दिया था, बताया जाता है कि यह अंग्रेजों ने भारत के कई स्वतंत्रता सेनानियों को भी बड़े बहरेमी से मार दिया था, लोगों का मानना है कि यह उनकी आत्मा घूमती है।
अग्रसेन की बावली (Agrasen Ki Baoli)
दिल्ली की रहस्यमय डरावनी जगहें में से एक अग्रसेन की बावली है, इस बावली के जितना अंदर जाएंगे उतना ही बाहरी दुनिया से दूर हो जाएंगे। ऐसा कहा जाता है कि यह दिल्ली की सबसे डरावनी जगहों में से एक है। अग्रसेन की बावली में चमगादड़ और कबूतरों ने अपना डेरा डाला हुआ है। लोगों का कहना है कि वहां से अजीबो-गरीब आवाजें आती हैं और उन्होंने कई बार यहां भूतों को भी देखा है। 108 सीडीओ वाली यह बावली जब और डरावनी लगती है जब नीचे कुएं के पास जाते हैं और सर के ऊपर चमगादड़ और कबूतर मंडराते हुए नजर आते हैं यहां आने का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक है सूरज डूबने के बाद यहां आना माना है लोगों का कहना है कि अंधेरा होते ही यहां किसी को आने की अनुमति नहीं है।
दिल्ली कंटोनमेंट (Delhi Cantonment)
दिल्ली की सबसे भयानक जगहों में दिल्ली कंटोनमेंट के नाम भी आता है, लोगों का मानना है कि एक महिला की आत्मा सफेद साड़ी मे घूमती है। यह महिला आने जाने वाले लोगों से लिफ्ट मांगती है।
मालचा महल (Malcha mahal)
दिल्ली के दक्षिण रिज में एक छिपा हुआ महल है, जिसे मालचा कहा जाता है। यह महल फिरोज शाह तुगलक द्वारा अपने शिकारगाह के रूप में बनवाया गया था। कहा जाता है कि अवध घराने की बेगम अपने दो बच्चों, पांच नौकरों और 12 कुत्तों के साथ यहां रहने आई थी, लेकिन वे कभी बाहर नहीं निकलीं। माना जाता है कि बेगम ने यहीं आत्महत्या की और उनकी आत्मा अब भी इस जगह भटकती है।