Naresh Yadav Mehrauli MLA: आम आदमी पार्टी (आप) के महरौली विधायक और मौजूदा उम्मीदवार नरेश यादव ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने चुनाव न लड़ने का ऐलान करते हुए इसकी वजह कानूनी प्रक्रिया को बताया। यादव ने कहा कि वह तब तक चुनावी राजनीति से दूर रहेंगे, जब तक कि वह कोर्ट से पूरी तरह निर्दोष साबित नहीं हो जाते। यह फैसला उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ बातचीत के बाद लिया है। उनके इस निर्णय ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है और महरौली सीट पर आप की स्थिति को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कोर्ट की कार्यवाही बनी वजह
Naresh Yadav को पंजाब के एक अदालत ने कुरान की बेअदबी के मामले में दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई थी। यादव ने इस फैसले को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय में अपील की है, जो फिलहाल लंबित है। इसी मामले के चलते उन्होंने चुनावी दौड़ से खुद को अलग रखने का निर्णय लिया। यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “जब तक मैं कोर्ट से बा-इज़्ज़त बरी नहीं हो जाता, तब तक चुनाव नहीं लड़ूंगा। यह फैसला मैंने पार्टी नेतृत्व से चर्चा के बाद लिया है।”
आप के लिए बड़ा झटका
महरौली सीट पर आप की जीत का आधार Naresh Yadav की लोकप्रियता मानी जाती थी। उनके नाम वापसी के बाद पार्टी को अब नए उम्मीदवार की तलाश करनी होगी। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब दिल्ली चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। पार्टी के भीतर इस घटनाक्रम को लेकर चिंता बढ़ गई है।
यादव के फैसले ने विपक्ष को भी निशाना साधने का मौका दे दिया। भाजपा ने इसे आप की नेतृत्व विफलता करार देते हुए कहा कि पार्टी अपने विधायकों पर नियंत्रण खो रही है। वहीं, कांग्रेस ने इसे आंतरिक कलह का नतीजा बताया।
मतदाताओं और विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
महरौली के मतदाता अब नए उम्मीदवार के नाम का इंतजार कर रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषक इस घटनाक्रम को आप के लिए चुनौतीपूर्ण मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस सीट पर अब आप की रणनीति चुनावी परिणाम में अहम भूमिका निभाएगी।
Naresh Yadav के फैसले से महरौली में नई संभावनाओं का दौर शुरू हो गया है। आप के सामने अब न सिर्फ मजबूत उम्मीदवार उतारने की चुनौती है, बल्कि मतदाताओं का विश्वास बनाए रखना भी एक बड़ी परीक्षा होगी।