New Delhi: दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की। उन्होंने दिल्ली की वोटर लिस्ट में लाखों अवैध घुसपैठियों (रोहिंग्या और बांग्लादेशी), डुप्लीकेट नामों, फर्जी पते वाले और मरे हुए लोगों के नाम शामिल होने का मुद्दा उठाया। प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग (New Delhi) से कहा कि इन शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर कानूनी रूप से सुलझाया जाए ताकि दिल्ली विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो सकें।
चुनाव आयोग से मिले ये नेता
वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में चुनाव आयोग से मिलने वाले इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी की चुनाव समन्वय समिति के राष्ट्रीय संयोजक ओम पाठक, केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद और वरिष्ठ वकील बांसुरी स्वराज, दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर, और चुनाव समिति के संयोजक अधिवक्ता संकेत गुप्ता शामिल थे।
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दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने चुनाव आयोग को 5000 पन्नों के प्राथमिक साक्ष्यों के साथ रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने आयोग को बताया कि यह चौंकाने वाली बात है कि हर बार लोकसभा चुनाव खत्म होने और विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के बीच लाखों नए मतदाताओं का पंजीकरण होता है। यह संख्या वार्षिक मतदाता सूची संशोधन की सामान्य प्रक्रिया से काफी अधिक है।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने क्या बताया?
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि अगस्त 2024 में जारी चुनाव आयोग के एक सर्कुलर के आधार पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में जांच की। इस जांच में बड़ी संख्या में अवैध रूप से पंजीकृत रोहिंग्या और बांग्लादेशी मतदाताओं के साथ-साथ डुप्लीकेट, फर्जी पते वाले और मृत व्यक्तियों के नाम भी मतदाता सूची में पाए गए।
सचदेवा ने चुनाव आयोग से अपील की कि अवैध मतदाता पंजीकरण और फर्जी मतदान के खिलाफ कड़ा अभियान चलाया जाए। उन्होंने मीडिया और रेडियो के माध्यम से ऐसे मतदाताओं को सख्त चेतावनी देने की मांग भी की।