नई दिल्लीः रूस का यूक्रेन पर हमले का सांतवा दिन है लेकिन हमला रुकने की बजाय इसमें और तेज़ी दिख रही है। खारकीव और राजधानी जैसे कई अन्य शहरों पर रूस की सेना ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जिस हिसाब से रूसी सेना ने हमलो की तेज़ी में बढ़ावत की है, वह कीव और खारकीव जैसे राज्यों में कब्ज़ा करने में अब ज्यादा समय नहीं लगाएगी।
सैन्य कार्रवाई से इतर UN में रूस को भारी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है। मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में जैसे ही रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बोलना शुरू किया लगभग 100 डिप्लोमैट्स ने वॉकआउट कर लिया।
जो बाइडेन ने इस मसले पर अपना बयान देते हुए रूस को तानाशाह बताया और कहा कि “रूस जिस तरह यूक्रेन पर हमला कर रहा है यह विश्व शांति के लिए खतरा है। अमेरिका यूक्रेन के साथ है। पुतिन ने गलत कदम उठाया है। वो यूरोप को बांटना चाहते थे। हम एक साथ हैं और एक साथ रहेंगे। यूक्रेन ने रूस के झूठ का मुकाबला सच्चाई के साथ किया। अमेरिका की सेना रूस के साथ नहीं भिड़ेगी, लेकिन हम रूस को मनमानी नहीं करने देंगे। रूस की आर्थिक व्यवस्था तबाह है। हमने इतिहास से सीखा है कि जब तानाशाह को उनके किए की कीमत नहीं चुकानी पड़ती है तो वो ज्यादा तबाही मचाते हैं। अब तानाशाह को उसके किए की सजा देना बेहद जरूरी है।”
(उज्ज्वल चौधरी)