नई दिल्ली: रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज 37वां दिन है और जंग जारी है। दोनों देशो में से कोई भी झुकने को तैयार नहीं है। ब्रिटेन ने कई रुसी मीडिया संगठनो पर गलत जानकारी फैलाने के आरोप में प्रतिबन्ध लगा दिए है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक आदेश जारी किया जिसके अनुसार विदेशी खरीदारों के लिए गैस का भुगतान अब सिर्फ रूबल में करना अनिवार्य है। वही यूक्रेन की परमाणु ऊर्जा संचालक कंपनी ने बताया की चर्नोबिल प्लांट को रुसी सैनिक छोड़ने लगे है। रेडिएशन से रुसी सैनिको पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
यूरोपीय संसद की अध्यक्ष रोबर्टा मेटसोला ने ट्वीट करते हुए बताया की यूक्रेन के संघर्ष पर चर्चा करने के लिए वे कीव के लिए रवाना होंगी। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद यूरोपीय संघ के संस्थान से मेटसोला ऐसा कदम उठाने वाली पहली नेता है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस के साथ चल रहे युद्ध के बीच नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम की सांसदों को सम्बोधित किया है। ज़ेलेंस्की ने कहा की मुझे पूरा समर्थन महसूस हुआ है। वही उन्होंने जताया की वे ठोस कदम का इंतज़ार कर रहे है। उन्होंने रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबन्ध लगाने का आवाहन किया है। उन्होंने यह भी कहा की जब तक युद्ध जारी है हमलावरों पर दबाव बनाना ज़रूरी है।
एक मीडिया रिपोर्ट के द्वारा यह पता चला की फरवरी में रूस द्वारा यूक्रेन देश पर आक्रमण किए जाने के बाद से 52 देशों के 20,000 से अधिक लड़ाकों ने यूक्रेन के पक्ष में संघर्ष में शामिल होने का प्रयास किया है।
(ऋषभ गोयल)