Sonia Gandhi Notice: दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को नागरिकता और वोटर लिस्ट से जुड़े एक पुराने मामले में नोटिस जारी किया है। यह नोटिस उस आरोप को लेकर भेजा गया है, जिसमें कहा गया है कि सोनिया गांधी का नाम भारतीय नागरिकता मिलने से पहले ही वोटर लिस्ट में दर्ज कर दिया गया था। खास बात यह है कि जिस दिन यह नोटिस जारी किया गया, उसी दिन सोनिया गांधी का 79वां जन्मदिन भी था।
मामला आखिर है क्या?
यह मामला विकास त्रिपाठी नाम के व्यक्ति द्वारा दायर की गई एक याचिका से जुड़ा है। याचिका में दावा किया गया है कि वर्ष 1980 में नई दिल्ली के संसदीय क्षेत्र की वोटर लिस्ट में सोनिया गांधी का नाम शामिल था। जबकि रिकॉर्ड के अनुसार, उन्हें भारतीय नागरिकता 30 अप्रैल 1983 को मिली थी। याचिकाकर्ता ने इसे कानून का उल्लंघन बताते हुए कोर्ट से जांच की मांग की है। याचिका में यह भी कहा गया है कि वर्ष 1982 में सोनिया गांधी का नाम वोटर लिस्ट से हटाया गया था, लेकिन 1983 में फिर से शामिल कर दिया गया। इससे सवाल उठता है कि नागरिकता से पहले किस दस्तावेज के आधार पर उनका नाम वोटर लिस्ट में डाला गया था।
जाली दस्तावेजों की आशंका भी जताई गई
याचिका में यह भी आशंका जताई गई है कि संभव है सोनिया गांधी का नाम वोटर सूची में दर्ज कराने के लिए किसी जाली या फर्जी दस्तावेज का उपयोग किया गया हो। इस आधार पर अदालत से विस्तृत जांच की मांग की गई है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उस दौरान किन कागजों के आधार पर नाम जुड़वाया गया था और क्या यह प्रक्रिया नियमों के अनुसार थी या नहीं।
कोर्ट का अगला कदम
अब कोर्ट ने सोनिया गांधी से इस मामले पर जवाब मांगा है। अगले सुनवाई में यह तय होगा कि इस मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया क्या होगी। कांग्रेस की ओर से इस पूरे मामले पर अभी तक कोई अलग से आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर चर्चा जरूर तेज हो गई है।



