Airport Big Conspiracy : गोंद के कुछ कतरों ने एक युवक के कई सपनों को न केवल ध्वस्त कर दिया, बल्कि उसके जीवन में एक गहरा दाग भी छोड़ दिया। जब इस गोंद की जांच की गई, तो एक साजिश का पर्दाफाश हुआ, जिसके तार दिल्ली से यूएई होते हुए सर्बिया तक जुड़े मिले। इस खुलासे के बाद, मामले की जांच की जिम्मेदारी इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पुलिस को सौंपी गई है। इस मामले में आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने अब तक कुल तीन गिरफ्तारियां की हैं, जो पंजाब के विभिन्न शहरों से हुई हैं।
रियाद एयरपोर्ट पर मामले का खुलासा
मामले की जांच से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पहला खुलासा रियाद एयरपोर्ट के ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन द्वारा किया गया। दरअसल, पंजाब के पठानकोट से संबंध रखने वाला युवक सरवन सर्बिया जाने के लिए रियाद एयरपोर्ट(Airport Big Conspiracy)पर पहुंचा था। उसे रियाद से ओमान होकर सर्बिया के लिए उड़ान भरनी थी। रियाद एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन जांच के दौरान पाया गया कि उसके पासपोर्ट के पृष्ठ संख्या सात पर गोंद के कुछ कतरे लगे हुए थे। इसके अलावा, इसी पृष्ठ पर ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन को स्टैंप इंक के कुछ धब्बे भी दिखे। इसके बाद, अधिकारियों को मामला समझने में देर नहीं लगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पासपोर्ट के पृष्ठ पर गोंद के कतरे और स्टैंप इंक देखने के बाद, रियाद एयरपोर्ट के अधिकारियों ने सरवन को वापस आईजीआई एयरपोर्ट भेजने का निर्णय लिया। इस फैसले के अनुसार, उसे ओमान एयर की फ्लाइट WY-245 से दिल्ली के लिए डिपोर्ट कर दिया गया।
BOI ने सरवन को पुलिस को सौंपा
आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचने के बाद, एयरलाइन सुरक्षा स्टाफ ने सरवन को इमिग्रेशन ब्यूरो के हवाले कर दिया। प्रारंभिक पूछताछ के बाद, ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने सरवन को सभी दस्तावेजों के साथ आगे की जांच के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को सौंप दिया।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन की शिकायत के आधार पर सरवन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4)/336(3)/340(2) और 12 पासपोर्ट एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पूछताछ के दौरान, सरवन ने खुलासा किया कि उसके कुछ रिश्तेदार विदेश में रहते हैं और वह भी विदेशी भूमि पर जाकर बेहतर जीवन जीना चाहता था। विदेश जाने के लिए उसने अपने एक रिश्तेदार की मदद से हरजिंदर सिंह उर्फ गिल नामक ट्रैवल एजेंट से संपर्क किया। गिल ने सरवन से 8.5 लाख रुपए के बदले सर्बिया भेजने और वहां नौकरी दिलाने का वादा किया था।