Kalkaji family Suicide Reason: दिल्ली के कालकाजी इलाके में मां और दो बेटों द्वारा की गई सामूहिक खुदकुशी के पीछे फिलहाल दो मुख्य वजहें सामने आई हैं – लंबी चली आ रही आर्थिक तंगी और उससे जुड़ा गहरा अवसाद (डिप्रेशन)। पुलिस को घर के अंदर मिला सुसाइड नोट और शुरुआती जांच दोनों इसी तरफ इशारा करते हैं।
क्या हुआ था कालकाजी में?
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52 वर्षीय अनुराधा कपूर और उनके दो बेटे – आशीष (32) और चैतन्य (27) – शुक्रवार दोपहर कालकाजी के G-ब्लॉक स्थित उनके किराए के मकान में फंदे से लटके मिले।
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घटना का पता तब चला, जब कोर्ट के आदेश पर मकान का कब्जा दिलाने गई बेलिफ की टीम और स्थानीय पुलिस ने कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद डुप्लीकेट चाबी से घर खोला और तीनों के शव देखे।
पुलिस ने शवों को AIIMS की मोर्चरी भेजकर BNSS की धारा 194 के तहत इनक्वेस्ट कार्यवाही शुरू कर दी है और परिवार के रिश्तेदारों व परिचितों से पूछताछ चल रही है।
सुसाइड नोट में क्या लिखा मिला?
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कमरे से लगभग डेढ़ पेज का हस्तलिखित सुसाइड नोट मिला, जिसमें परिवार ने लंबे समय से चल रहे मानसिक तनाव, अवसाद और आर्थिक तंगी का ज़िक्र किया है।
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नोट में संकेत है कि पति की मौत के बाद परिवार पर कर्ज का बोझ बढ़ गया था, किराया महीनों से नहीं दिया जा सका था और कोर्ट में मकान मालिक का केस चल रहा था; इन सब वजहों से वे “जीवन से थक चुके” थे।
एक अधिकारी के अनुसार, दोनों बेटों ने दो महीने पहले भी आत्महत्या की कोशिश की थी, और तीनों ही लंबे समय से डिप्रेशन में थे तथा काम करने की स्थिति में नहीं थे; छोटा बेटा UPSC की तैयारी कर रहा था लेकिन बेरोजगार था।
आर्थिक तंगी और मकान विवाद का दबाव
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि परिवार दिसंबर 2023 से इस मकान में रह रहा था और शुरुआती कुछ महीनों के बाद से किराया नियमित रूप से नहीं दे पा रहा था।
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मकान मालिक ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कब्जा दिलाने का आदेश लिया, जिसे लागू कराने के लिए ही बेलिफ और पुलिस मौके पर पहुंचे थे।
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परिवार पहले भी कुछ अन्य किराए के घरों में इसी तरह किराया न दे पाने की स्थिति में रहा था, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और सामाजिक दबाव, दोनों बढ़ते गए।
पुलिस के मुताबिक, अभी तक की जांच में किसी बाहरी साज़िश या ज़बरदस्ती के संकेत नहीं मिले हैं; मामला “डिप्रेशन, कर्ज और लगातार चली आ रही आर्थिक-सामाजिक दिक्कतों के दबाव में लिया गया सामूहिक आत्महत्या का कदम” माना जा रहा है, हालांकि अंतिम निष्कर्ष विस्तृत जांच और परिजनों के बयान के बाद ही निकलेगा।
